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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर हुईचर्चा के जवाब में कांग्रेस को जमकर घेरा. अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाने के साथ साथ पीएम ने कांग्रेस की नाकामियों को भी रेखांकित किया. उन्होंने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहगा कि कोरोना काल में भी गरीबों को पक्के मकान दिए गए उन्हें मुफ्त राशन उपलब्ध कराया गया. उन्होंने कहा कि इस कोरोना काल में 80 करोड़ से भी अधिक देशवासियों के लिए इतने लंबे कालखंड के लिए मुफ़्त में राशन की व्यवस्था की गई, ताकि ऐसी स्थिति कभी पैदा न हो कि उनके घर का चूल्हा न जले. भारत ने ये काम करके दुनिया के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया.
कांग्रेस पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने एक परिवार से आगे कुछ सोचा नहीं। परिवार के खिलाफ बोलने पर कांग्रेस ने अपने ही राष्ट्रीय अध्यक्ष सीताराम केसरी को निकाल दिया था. उन्होंने परिवारवाद को लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए कहा कि सभी राजनीतिक दलों को अपने दलों के अंदर लोकतंत्र स्थापित करने के लिए प्रयास करना चाहिए और सबसे पुरानी पार्टी होने के कारण कांग्रेस को इसकी जिम्मेदारी निभानी चाहिए. उन्होंने कहा कि 1975 में आपातकाल लगा कर लोकतंत्र का गला घोंटने वाली कांग्रेस को लोकतंत्र पर बोलने का हक नहीं है.
सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने देश का विकास नहीं किया और अब विपक्ष में आने के बाद देश के विकास में बाधा डाल रही है. उन्होंने महात्मा गांधी की इच्छानुसार कांग्रेस ना होती तो क्या होता का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस के न होने से लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता, सिखों का नरसंहार ना होता, इमरजेंसी का कलंक ना होता, कश्मीरी पंडितों के साथ ऐसा ना होता, बेटियों को तंदूर में जलाया ना जाता.
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में कहा हम देश में 100 प्रतिशत कोविड टीकाकरण हासिल करने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान भी पांच करोड़ ग्रामीण परिवारों को नल से जल की सुविधा मुहैया कराई गई. पीएम के अनुसार सरकार ने बुनियादी ढांचा से जुड़ी परियोजनाओं पर जोर दिया ताकि कोरोना काल के दौरान रोजगार के अवसर पैदा हो सकें.
उन्होंने कहा कि साल 2021 में एक करोड़ 20 लाख नए EPFO के पेरोल पर जुड़े, इनमें से 60-65 लाख 18 से 25 वर्ष की आयु के हैं. रिपोर्ट बताती है कि कोरोना के पहले की तुलना में कोविड प्रतिबंध खुलने के बाद नियुक्तियां दोगुनी बढ़ गई हैं. उन्होंने कहा कि नैसकॉम के अनुसार 2017 के बाद 27 लाख रोजगार आईटी सेक्टर में प्राप्त हुआ. 2021 में भारत में जितने यूनिकॉर्न बने वो पहले के वर्षों में बने कुल यूनिकॉर्न से भी ज़्यादा हैं. अगर ये सब रोजगार की गिनती में नहीं आता तो फिर ये रोजगार से ज़्यादा राजनीति की चर्चा ही मानी जाती है.
प्रधानमंत्री ने यूपीए सरकार के दौरान मंहगाई की दर डबल डिजिट में रहने की बात कहते हुए कहा कि उनकी सरकार मंहगाई की दर को नियंत्रण में रखने के लिए लगातार कोशिश कर रही है और इसी के परिणामस्वरूप आज भारत दुनिया की एकमात्र अर्थव्यवस्था है जहां की विकास दर ऊंची है और मंहगाई दर मध्यम है.
पीएम मोदी ने कहा कि इस सदन में कुछ साथियों ने भारत की निराशाजनक तस्वीर पेश की और ऐसा लग रहा था कि उन्हें इसे पेश करने में आनंद भी आ रहा था. मुझे लगता है कि सार्वजनिक जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और जय-पराजय होती रहती है, उससे छाई हुई व्यक्तिगत जीवन की निराशा कम से कम देश पर नहीं थोपनी चाहिए.
राज्यसभा में PM मोदी ने कहा कि UP और तमिलनाडु में डिफेंस कॉरिडोर बना रहे हैं, जिस तरह से MSME क्षेत्र के लोग डिफेंस सेक्टर में आ रहे हैं ये उत्साहवर्धक है और दिखाता है कि देश के लोगों में सामर्थ्य है। देश को डिफेंस के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए MSME के लोग बहुत साहस जुटा रहे हैं.
देश के युवाओं की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि भारत युवाओं के प्रयास की वजह से स्टार्टअप के लिहाज से प्रमुख तीन देशों में से एक है. साथ ही खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए कहा कि भारतीय खिलाड़ियों ने कोरोना काल में तिरंगा को नयी ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया.
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