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लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जल जीवन मिशन, उत्तर प्रदेश के अन्तर्गत विंध्य क्षेत्र के मिर्जापुर एवं सोनभद्र जिलों की 23 ग्रामीण पाइप पेयजल परियोजनाओं का शिलान्यास वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पाइप से पानी पहुंचने की वजह से माताओं-बहनों का जीवन आसान हो रहा है. इसका एक बड़ा लाभ गरीब परिवारों के स्वास्थ्य को भी हुआ है. इससे गंदे पानी से होने वाली अनेक बीमारियों में भी कमी आ रही है.
उत्तर प्रदेश के विंध्याचल क्षेत्र के मिजार्पुर और सोनभद्र जिलों में रविवार को साढ़े पांच हजार करोड़ की परियोजनाओं की सौगात देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर घर जल पहुंचाने के अभियान को अब एक साल से भी ज्यादा समय हो गया है.
Delhi: PM Narendra Modi lays foundation stone for drinking water supply projects in Mirzapur and Sonbhadra districts of Uttar Pradesh, via video-conferencing.
UP CM Yogi Adityanath also present at the ceremony. pic.twitter.com/pVIiYcVxcx
— ANI (@ANI) November 22, 2020
योजना पर कुल 5,555.38 करोड़ रुपये की लागत आएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य कार्यक्रम स्थल सोनभद्र जिले के विकास खंड चतरा की ग्राम पंचायत करमांव में शामिल हुए. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार मिर्जापुर में नौ और सोनभद्र में 14 परियोजना शुरू करने जा रही है जिससे 41 लाख से ज्यादा ग्रामीणों को हर घर नल योजना की सौगात मिलेगी.
In 70 yrs drinking water supply projects could be regulated only in 398 villages in Vindhya region. Today we’re here to take forward such projects in over 3000 villages of the region: UP CM at foundation stone laying event for drinking water supply projects in Mirzapur, Sonbhadra pic.twitter.com/kA3sF6nGxH
— ANI UP (@ANINewsUP) November 22, 2020
जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक अगले दो साल के भीतर योजना को पूरा कर गांवों में पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के दशकों बाद तक विंध्याचल क्षेत्र उपेक्षा का शिकार रहा है. ये पूरा क्षेत्र संसाधनों के बाद भी अभाव का क्षेत्र बन गया. इतनी अधिक नदियां होने के बाद भी इस क्षेत्र की पहचान सबसे ज्यादा प्यासे, सूखा प्रभावित क्षेत्र की रही.
Be it Vindhyachal or Bundelkhand -despite having a lot of resources, these regions became regions of deficiencies. In spite of having several rivers, these regions came to be known as the most thirsty & drought-affected regions. So many people were forced to migrate from here: PM https://t.co/07Rdwu9zwa
— ANI (@ANI) November 22, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जीवन की बड़ी समस्या जब हल होने लगती है तो अलग ही विश्वास झलकने लगता है. ये विश्वास, उत्साह आपमें मैं देख पा रहा था. पानी के प्रति आपमें संवेदनशीलता कितनी है, ये भी दिख रहा है. सरकार आपकी समस्याओं को समझकर उनका समाधान कर रही है.
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