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देश में होगा बड़ी हथियार प्रणालियों का निर्माण, 15 अगस्त को आत्मनिर्भर भारत की रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे पीएम: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए बड़े एवं कड़े निर्णय लिये जा रहे हैं.

Published: August 9, 2020 6:06 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by Amit Kumar

देश में होगा बड़ी हथियार प्रणालियों का निर्माण, 15 अगस्त को आत्मनिर्भर भारत की रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे पीएम: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को देश के नाम अपने संबोधन में आत्मनिर्भर भारत की रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे. ये जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने की एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए 101 हथियारों और सैन्य उपकरणों के आयात पर 2024 तक के लिए रोक लगाने की घोषणा के बाद ये बात कही.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए बड़े एवं कड़े निर्णय लिये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बड़ी हथियार प्रणालियों का निर्माण अब भारत में होगा. इसके अलावा उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को देश के नाम अपने संबोधन में आत्मनिर्भर भारत की रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे.”

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रक्षा मंत्री ने कहा, “कोरोना वायरस महामारी ने यह दिखाया है कि अगर कोई देश आत्मनिर्भर नहीं है तो वह प्रभावी तरीके से अपनी संप्रभुता की रक्षा करने में सक्षम नहीं हो सकता है.” उन्होंने कहा, “हमारी सरकार भारत के आत्मसम्मान और संप्रभुता को किसी कीमत पर कोई नुकसान नहीं होने देगी.”

इससे पहले सिंह ने ट्विटर पर घोषणा करते हुए अनुमान लगाया कि इन निर्णय से अगले पांच से सात साल में घरेलू रक्षा उद्योग को करीब चार लाख करोड़ रुपये के ठेके मिलेंगे. उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ आह्वान को आगे बढ़ाते हुए घरेलू रक्षा विनिर्माण को तेज करने के लिये अब बड़े कदम उठाने को तैयार है.

जिन 101 हथियारों और सैन्य उपकरणों के आयात पर रोक लगाई गई है उनमें हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, मालवाहक विमान, पारंपरिक पनडुब्बियां और क्रूज मिसाइल शामिल हैं. अधिकारियों के अनुसार, 101 वस्तुओं की सूची में टोएड आर्टिलरी बंदूकें, कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, क्रूज मिसाइलें, अपतटीय गश्ती जहाज, इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली, अगली पीढ़ी के मिसाइल पोत, फ्लोटिंग डॉक, पनडुब्बी रोधी रॉकेट लांचर और कम दूरी के समुद्री टोही विमान शामिल हैं.

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