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RRB-NTPC रिजल्ट विवाद: रेल मंत्रालय का बड़ा फैसला-स्थगित की गईं दोनों परीक्षाएं, सुनी जाएगी कैंडिडेट्स की बात

RRB-NTPC रिजल्ट को लेकर पिछले दो दिनों से परीक्षार्थियों के विरोध प्रदर्शन के बाद रेलने मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है. दोनों परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं और इसके साथ ही एक कमेटी बनाी गई है जो स्टूडेंट्स की बात को सुनेगी और अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपेगी.

Updated: January 26, 2022 10:28 AM IST

By Kajal Kumari

RRB NTPC results
RRB NTPC results

RRB-NTPC  Result Controversy: आरआरबी -एनटीपीसी के रिजल्ट को लेकर मचे विवाद के बाद रेल मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है. मंत्रालय ने छात्रों के विरोध प्रदर्शन  के बाद अब रेलवे की दोनों परीक्षाओं पर रोक लगा दी है और साथ ही एक कमेटी का भी गठन किया है जो छात्रों की बात को सुनेगा. जानकारी के अनुसार फिलहाल के लिए एनटीपीएस और लेवल-1 दोनों परीक्षाओं पर रोक लगी दी गई है. रेल मंत्रालय ने आज जानकारी दी है कि रेलवे बोर्ड ने एक कमेटी गठित की है जो परीक्षा में पास आउट स्टूडेंट और फेल किए गए स्टूडेंट की बातों को सुनेंगे और कमेटी इसकी रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौपेंगी. उसके बाद रेल मंत्रालय आगे का निर्णय लेगा.

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इस कमेटी में रेलवे के अधिकारियों के साथ साथ परीक्षा में सफल और असफल छात्रों के वॉलेंटियर भी शामिल होंगे. बिहार के बाद देश के अलग अलग हिस्सों में भी इसको लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. इसको देखते हुए रेलवे ने ये फैसला किया है.

बिहार-यूपी में अभ्यर्थियों ने जमकर बवाल किया

बिहार और यूपी में दोनों परीक्षाओं के अभ्यर्थियों ने जमकर बवाल किया. रेलवे स्टेशनों पर हंगामा और तोड़फोड़ कीं. ट्रेन में आग लगाने की भी जानकारी मिली है. आज यानी 26 जनवरी को एक विशाल आंदोलन करने का ऐलान किया था और रेल रोको आंदोलन की बात कही थी.  रिजल्ट में संशोधन की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने सोमवार को पटना में राजेंद्र नगर टर्मिनल पर जमकर बवाल काटा था. वहीं, मंगलवार को भी अभ्यर्थियों ने बिहार और यूपी में प्रदर्शन किया था.

14 जनवरी को जारी किया था रिजल्ट, अभ्यर्थियों ने लगाया है आरोप

रेलवे भर्ती बोर्ड ने 14 जनवरी को  नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) के 35000 पदों पर भर्ती के लिए हुई परीक्षा (सीबीटी-1) का रिजल्ट जारी किया था,  इसमें 7,05,446 अभ्यर्थियों को सीबीटी-2 को पास घोषित किया गया है और नेक्स्ट लेवल के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है. अभ्यर्थियों का आरोप है कि बोर्ड ने पहले एक पद के लिए 10 प्रत्याशी, अब 10 पद के लिए एक प्रत्याशी किया है और कुछ उम्मीदवारों को एक से अधिक लेवल पर सफल घोषित किया गया है.

इस वजह से नाराज हैं अभ्यर्थी

रेलवे भर्ती बोर्ड ने सोमवार को नोटिस जारी कर ऐलान किया था कि सीबीटी-1 में पास होने वाले अभ्यर्थियों को अब सीबीटी-2 की परीक्षा देनी होगी. सीबीटी-2 की परीक्षा के बाद पीईटी व मेडिकल होगा. अभ्यर्थी यह समझ रहे थे कि सीबीटी-1 में पास होने के बाद उन्हें पीईटी देना होगा. हालांकि, रेलवे ने 2019 में जारी ग्रुप डी भर्ती (लेवल-1) के नोटिफिकेशन में यह साफ लिखा था कि सीबीटी (कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट) सिंगल स्टेज में करवाना है या फिर मल्टी स्टेज में, यह तय करने का अधिकार रेलवे प्रशासन के पास रहेगा.

अब रेलवे ने नोटिस जारी कर यह स्पष्ट कर दिया है कि ज्यादा आवेदन आने के कारण अब सीबीटी की परीक्षा दो चरणों में कराई जाएगी. बता दें कि इस परीक्षा के लिए लगभग एक करोड़ 17 लाख छात्रों ने आवेदन किया है और परीक्षा के बाद एक लाख 3 हजार पदों को भरना है.  ग्रुप डी अभ्यर्थियों का कहना है कि भर्ती निकलने के तीन साल बाद परीक्षा आयोजित की जा रही है. अगर अब सीबीटी-2 भी होगा तो नियुक्ति मिलने में बहुत ज्यादा समय लग जाएगा. अब सीबीटी-2 कराया जाना गलत है.

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Published Date: January 26, 2022 10:10 AM IST

Updated Date: January 26, 2022 10:28 AM IST