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Russia Ukraine Crisis: यूक्रेन में फंसे भारतीयों को कैसे निकालेगी सरकार? PM की बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने दी अहम जानकारी

Ukraine Russia Crisis Latest News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की अध्यक्षा में हुई सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (CCS) की अहम बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि सरकार की पहली प्राथमिकता यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने की है.

Published: February 24, 2022 10:13 PM IST

By Parinay Kumar

Russia Ukraine Crisis: यूक्रेन में फंसे भारतीयों को कैसे निकालेगी सरकार? PM की बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने दी अहम जानकारी
कीव में भारतीय दूतावास के पास एक स्कूल में रुके हैं 200 के करीब भारतीय छात्र.

Russia Ukraine Crisis Latest News: रूसी हमले के बाद यूक्रेन के हालात बदतर होते जा रहे हैं. भारत सरकार भी यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों के लिए चिंतित है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को शाम को सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (CCS) की अहम बैठक की. बैठक में गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), विदेश मंत्री एस जयशंकर, NSA अजित डोवाल (Ajit Doval) और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा कई अन्य आला अधिकारी भी शामिल हुए. बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि सरकार की पहली प्राथमिकता यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने की है.

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प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि यूक्रेन के स्थिति की समीक्षा के लिए PM मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की एक बैठक हुई. प्रधानमंत्री ने CCS बैठक में स्पष्ट तौर पर कहा है कि सरकार की प्राथमिकता यूक्रेन में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और उनको भारत वापस लाना है. श्रृंगला ने बताया कि पोलैंड और हंगरी के रास्ते यूक्रेन में फंसे भारतीय निकाले जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि हम अत्यधिक सावधानी के साथ निकासी को संभालेंगे. कीव से भारतीय नागरिकों को निकालने और सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने के लिए रोडवेज तैयार किए गए हैं.

उन्होंने कहा कि हमने करीब एक महीने पहले यूक्रेन में भारतीय नागरिकों का पंजीकरण शुरू किया था. ऑनलाइन पंजीकरण के आधार पर हमने पाया कि 20,000 भारतीय नागरिक वहां थे. पिछले कुछ दिनों में 4000 भारतीय नागरिक यूक्रेन से भारत लौट चुके हैं. दिल्ली में MEA कंट्रोल रूम को 980 कॉल और 850 ईमेल मिले हैं. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में स्थिति से निपटने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में हमारे दूतावास ने काम जारी रखा है. स्थिति को देखते हुए दूतावास द्वारा कई सलाह जारी की गई हैं. हम अपने छात्रों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालयों, स्टूडेंट कॉन्ट्रैक्टर से संपर्क कर रहे हैं.

विदेश सचिव ने कहा कि रूस पर यूके, यूएस, ऑस्ट्रेलिया, जापान आदि द्वारा कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं. हमें देखना होगा कि इन प्रतिबंधों का हमारे हितों पर क्या प्रभाव पड़ेगा. यह स्वीकार करना होगा कि किसी भी प्रतिबंध का हमारे संबंधों पर प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर की आज यूक्रेन के विदेश मंत्री से बात होने की उम्मीद है.

बता दें कि यूक्रेन में तेज से बदलती इस स्थिति पर भारत करीब से नजर रख रहा है. सरकार की प्राथमिकता वहां फंसे भारतीयों, विशेषकर वहां पढ़ रहे छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. यूक्रेन की राजधानी कीव में भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में सभी भारतीय नागरिकों से शांति बनाए रखने और सुरक्षित रहने की सलाह दी है. इस सिलसिले में दूतावास की ओर से आज भी एक परामर्श जारी किया गया है. महाराष्ट्र, केरल, हरियाणा, गुजरात, पंजाब, कर्नाटक और उत्तराखंड सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और विभिन्न राजनीतिक दलों ने सरकार से यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है.

उधर, रूसी हमले से यूक्रेन में भारी तबाही की खबरें हैं. रूस ने दावा किया है कि उसने यूक्रेन में 70 से अधिक सैन्य ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया है. इसके साथ-साथ रूस यूक्रेन के 11 हवाई पट्ट‍ियों को भी नष्ट करने का दावा किया है. यूक्रेन और रूस के हमलों में दर्जनों लोगं की मौत हुई है और सैकड़ों लोगों को अपना घर छोड़कर दूसरी जगह जाने पर मजबूर होना पड़ा.

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Published Date: February 24, 2022 10:13 PM IST