
Schools Reopen News: यूपी-बिहार-केरल-बंगाल-दिल्ली सहित इन राज्यों में खुल गए स्कूल, बाकी राज्य इंतजार में...
देश के 15 राज्यों में-बिहार- यूपी-केरल-बंगाल-दिल्ली सहित प्रदेशों में स्कूलों को चरणबद्ध तरीके से खोला गया है, लेकिन कई राज्यों में अबतक स्कूल बंद हैं. राज्य सरकारें स्कूलों को खोलने को लेकर असमंजस में हैं. जानिए कहां-कहां खुले स्कूल....

Schools Reopen News: कोरोना वायरस के संक्रमण से लगी पाबंदियों ने बच्चों की शिक्षा पर गहरा असर डाला है. वैसे तो स्कूलों के द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की गई, लेकिन इससे बच्चों का स्कूलों से संपर्क टूटा रहा. इसमें छोटे बच्चों की पढ़ाई ज्यादा प्रभावित हुई है. कोरोना की तीसरी लहर अब कम हो गई है, जिसके बाद देश के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में से अभी तक सिर्फ 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ही स्कूलों को खोला गया है. कई राज्यों ने अभी तक बड़े बच्चों को स्कूल आने की अनुमति दी है, छोटे बच्चों के स्कूलों को खोलने पर विचार किया जा रहा है.
Also Read:
- 1 महीने में 8 गुना बढ़े डेली Coronavirus के Cases, नए Variant से खलबली
- Study Report: स्टडी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा-कोरोना की वजह से मर्दों की प्रजनन क्षमता पर भी पड़ता है असर
- Breaking News Today: चीन में आग की तरह फैल रहा कोरोना, यूपी निकाय चुनाव का बड़ा फैसला, ठंड का थर्ड डिग्री टॉर्चर रहेगा जारी-LIVE Updates
उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, केरल, बिहार और दिल्ली सहित कई राज्यों में स्कूल खोल दिए गए हैं जिससे यहां अब बच्चे स्कूल जा रहे हैं. लेकिन वहीं कई राज्य अभी तक बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर स्कूलों को खोलने पर विचार कर रहे हैं. हालांकि केंद्र सरकार की तरफ से स्कूलों को खोलने की गाइडलाइंस जारी कर दी गई है.
बता दें कि देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बच्चों की पढ़ाई, ये गंभीर मुद्दा है. यूनेस्को के अनुसार, 135 देशों ने स्कूल खोल दिए हैं वहीं 25 देशों में अभी भी स्कूल बंद पड़े हैं. बच्चों को अभी ऑनलाइन क्लास ही दी जा रही हैं. भारत की बात करें तो मुंबई में सबसे पहले कक्षा 1 से 12 तक के बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए गए थे. इसके बाद बिहार, बंगाल, दिल्ली में भी स्कूलों को खोल दिया गया है. लेकिन कई राज्य अभी तक असमंजस में हैं कि स्कूलों को खोला जाए या नहीं.
इन राज्यों में खुल गए हैं स्कूल
पश्चिम बंगाल में प्राइमरी और सेकेंड्री स्कूल भी सोमवार से खोल दिए गए. जबकि राज्य में 3 फरवरी से ही कक्षा 8 से 12 के लिए ऑफलाइन क्लासेज शुरू हो गए थे.
महाराष्ट्र में 24 जनवरी से ही दोबारा स्कूल खोल दिए गए हैं. मुंबई अभिभावक संघ ने तो बीएमसी से अपील की थी कि सभी निजी स्कूल ऑफलाइन कक्षाएं चलाएं. इसके साथ ही पुणे में भी स्कूलों को खोल दिया गया है.
असम में भी 15 फरवरी से सभी कोरोना प्रतिबंधों को वापस लेने के बाद 15 फरवरी से राज्य में दोबारा स्कूल खुल सकते हैं.
तेलंगाना में एक फरवरी से सभी स्तर की कक्षाओं के लिए ऑफलाइन स्कूल खोल दिए गए हैं.
कर्नाटक में भी एक फरवरी से 1 से लेकर 9वीं तक की कक्षा के लिए ऑफलाइन स्कूल खोल दिए गए हैं.
पुडुचेरी में भी सभी कक्षाओं के लिए ऑफलाइन स्कूल चार फरवरी से खुल गए हैं,
गुजरात में सोमवार से कक्षा 1 से 9 तक के लिए ऑफलाइन पढ़ाई शुरू हो गई है लेकिन ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी रहेंगी.
बिहार में आंशिक प्रतिबंधों के साथ 8वीं कक्षा तक के स्कूल खोल दिए हैं. स्कूल 50 प्रतिशत क्षमता से खोले गए हैं और 8वीं से ऊपर की कक्षाओं के लिए कोई प्रतिबंध नहीं होगा.
उत्तर प्रदेश में भी 9 से 12वीं कक्षा के लिए ऑफलाइन स्कूल व सभी डिग्री कॉलेजों को सोमवार से खोल दिया गया है. हालांकि प्राथमिक स्कूल अभी बंद रहेंगे.
मध्य प्रदेश में बोर्ड परीक्षा निश्चित तिथि पर ली जाएगी, इस वजह से राज्य सरकार ने सभी कक्षाओं के लिए एक फरवरी से आधी क्षमता के साथ स्कूल खोल दिए हैं.
तमिलनाडु में कक्षा एक से 12वीं तक के लिए एक फरवरी से स्कूल खोल दिए गए हैं, हालांकि प्री स्कूल, एलकेजी, यूकेजी की कक्षाएं बंद रहेंगी.
राजस्थान में दस फरवरी से कक्षा 6 से 9 के लिए स्कूल खोले जाएंगे जबकि 10 से लेकर 12वीं कक्षा के लिए 7 फरवरी से स्कूल खोल दिए गए हैं.
केरल में सोमवार से बड़े बच्चों के स्कूल और कॉलेज खोल दिए गए हैं, साथ ही मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि 14 फरवरी से कक्षा एक से नौवीं तक के लिए स्कूल खोले जाएंगे.
झारखंड में भी रांची समेत आठ इलाकों को छोड़कर राज्य में बाकी सभी जिलों के लिए सभी कक्षाओं के स्कूल खोल दिए हैं.
छोटे बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा है असर
देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर के साथ ही स्कूल बंद रहने की वजह से छोटी कक्षाओं के लिए कई राज्यों में अब भी ऑफलाइन कक्षाएं शुरू नहीं हो सकी हैं. इस वजह से छोटे बच्चों की पढ़ने की क्षमता पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है. अध्ययन से पता चला है कि लगभग 86% स्कूली बच्चों ने गणित में मौलिक क्षमता खो दी है. यानि कि कक्षा 1 से 6 तक के बच्चों के लिए संख्या को पहचानना, मूल जोड़ भूल गए हैं.
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें एजुकेशन और करियर की और अन्य ताजा-तरीन खबरें