
By clicking “Accept All Cookies”, you agree to the storing of cookies on your device to enhance site navigation, analyze site usage, and assist in our marketing efforts Cookies Policy.
Tamil Nadu Students Suicide Case: तमिलनाडु में एक के बाद एक छात्र-छात्राओं की आत्महत्या के मामलों ने हिलाकर रख दिया है. ताजा मामला प्रदेश के शिवगंगा जिले का है, जहां 12वीं के छात्र ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने आज बुधवार को बताया कि छात्र का शव उसके घर से बरामद किया गया है. साथ में एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें लिखा है कि उसे गणित और जीव विज्ञान विषय समझने में मुश्किल हो रही थी. प्रदेश में पिछले दो सप्ताह में आत्महत्या का ये पांचवां मामला है. आज सुबह भी शिवकाशी में 11वीं का छात्रा शव बरामद किया गया. हालांकि इस मामले में कोई सुसाइड नोट बरामद नही हुआ.
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दो सप्ताह में चार स्कूली छात्राओं और एक छात्र की आत्महत्या से जुड़े मामले में सामने आए हैं. इसमें तीन 12वीं और एक 11वीं की छात्रा थीं. मालूम हो कि तिरुवल्लुर जिले में 25 जुलाई को 12वीं कक्षा की एक 17 वर्षीय छात्रा का स्कूल छात्रावास के परिसर में शव लटका हुई मिला था. उसी दिन, विल्लुपुरम जिले के विक्रवंडी में हुई एक अन्य घटना में, बी. फार्मा की प्रथम वर्ष की छात्रा ने कॉलेज की पहली मंजिल से छलांग लगा दी थी. इस मामले में आत्महत्या के प्रयास का संदेह जताया गया है.
इससे पहले 17 जुलाई को कल्लाकुरिची जिले में 17 वर्षीय छात्रा की मौत के बाद हिंसा हुई थी. वह जिला मुख्यालय कल्लाकुरिची से करीब 15 किलोमीटर दूर चिन्नासलेम के कनियामूर इलाके के एक निजी स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ती थी. 13 जुलाई को छात्रावास परिसर में उसका शव मिला था.
प्रदेश में छात्र-छात्राओं की आत्महत्या के बढ़ते मामलों पर मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने चिंता व्यक्त की है. उन्होंने छात्रों से आत्महत्या की प्रवृत्ति से दूर रहने और इसके बजाय सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने की अपील की. उन्होंने कहा कि सरकार किसी भी छात्रा के उत्पीड़न की घटनाओं पर मूक दर्शक नहीं बन सकती.
स्टालिन ने छात्राओं के आत्महत्या करने की हालिया घटनाओं पर नाराजगी जताते हुए कहा कि शिक्षण संस्थानों को चलाने वाले लोगों की मंशा सेवा होनी चाहिए और उन्हें अपने प्रतिष्ठानों को व्यावसायिक उपक्रम नहीं मानना चाहिए. स्टालिन ने छात्राओं के साथ बार-बार होने वाली घटनाओं की पृष्ठभूमि में यह टिप्पणी की.
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रवादी कवि महाकवि भारती के उन श्लोकों का हवाला देते हुए कहा, जो बच्चों को साहसपूर्वक विरोध करने और परेशान करने वालों के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित करते हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार बालिकाओं को परेशान करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. स्टालिन ने शहर के एक कॉलेज में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छात्राओं के यौन, मानसिक या शारीरिक उत्पीड़न की घिनौनी घटनाओं पर सरकार मूकदर्शक नहीं बन सकती.
स्टालिन ने कहा, ‘छात्र केवल डिग्री हासिल करने के लिए कॉलेज नहीं आते. आप (शिक्षकों) को उन्हें आत्मविश्वास, साहस और दृढ़ संकल्प देना चाहिए. छात्रों, विशेष रूप से, लड़कियों को बहादुरी से मुश्किलों, अपमान और बाधाओं का सामना करना चाहिए … मेरी इच्छा है कि तमिलनाडु के छात्र (लड़के और लड़कियां) ना केवल बौद्धिक रूप से तेज हों, बल्कि उन्हें शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत व्यक्तियों के रूप में विकसित होने की जरूरत है.’
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें India Hindi की और अन्य ताजा-तरीन खबरें