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कानून मंत्री का आश्वासन- अधिवक्ताओं की मांग पर सरकार खुले दिमाग से करेगी गौर, 15 लाख वकील हैं हड़ताल पर

वकीलों के पेशे के प्रति पूरी तरह सम्मान जाहिर करते हुए रवि शंकर प्रसाद ने कहा- हड़ताल कर रहे कुछ वकीलों से उनकी मुलाकात हुई है

Published: February 12, 2019 5:52 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by Roopam Singh

कानून मंत्री का आश्वासन- अधिवक्ताओं की मांग पर सरकार खुले दिमाग से करेगी गौर, 15 लाख वकील हैं हड़ताल पर

नई दिल्ली: अधिवक्ताओं के कल्याण के लिए बजटीय आवंटन बढ़ाने, उनके चैंबर संबंधी सुविधाओं और आवास आदि की मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे वकीलों की मांगों पर सरकार ने मंगलवार को खुले दिमाग से विचार करने का आश्वासन दिया. विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान कहा ‘‘सरकार वकीलों की मांगों पर खुले दिमाग से विचार करेगी.’

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मांगों को लेकर हड़ताल

उन्होंने वकीलों के पेशे के प्रति पूरी तरह सम्मान जाहिर करते हुए कहा कि हड़ताल कर रहे कुछ वकीलों ने उनसे कल और कुछ ने आज मुलाकात की और अपनी समस्याओं के बारे में बताया. प्रसाद ने कहा कि सरकार उनकी मांगों पर खुले दिमाग से विचार करेगी. शून्यकाल में यह मुद्दा तृणमूल कांग्रेस के सुखेन्दु शेखर राय ने उठाया. उन्होंने कहा कि देश भर में करीब 15 लाख वकील अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. इन मांगों में अधिवक्ताओं के कल्याण के लिए बजटीय आवंटन बढ़ाने, चैंबर संबंधी सुविधाओं, बीमा और आवास आदि शामिल हैं. मंत्री के आश्वासन के बाद सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि खुले दिमाग के साथ साथ सकारात्मक सोच रखते हुए मांगों पर विचार किया जाना चाहिए. इस पर प्रसाद ने कहा ‘‘खुले दिमाग में सकारात्मक सोच शामिल है.’

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शिक्षकों की पेंशन का मुद्दा भी उठा

मनेानीत सदस्य राकेश सिन्हा ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त कुछ शिक्षकों को पेंशन न मिलने का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय में करीब 30 साल तक सेवाएं देने के बाद सेवानिवृत्त हुए करीब 600 शिक्षकों को पेंशन नहीं मिल रही है. इनमें से छह का निधन हो चुका है. कुछ शिक्षक तो 10 साल से पेंशन का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने मांग की कि इन सेवानिवृत्त शिक्षकों की पेंशन शीघ्र तय करने के लिए कदम उठाया जाना चाहिए.

वेतन का भुगतान हो

शिवसेना के संजय राउत ने कोल इंडिया द्वारा संचालित दो कोलियरी स्कूलों के शिक्षकों को न्यूनतम एवं नियमित वेतन न मिल पाने का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि यह मांग उठाने वाले कुछ शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है. राउत ने मांग की कि निलंबित शिक्षकों को बहाल किया जाए और सभी शिक्षकों को समय पर बकाया वेतन का भुगतान कर दिया जाए. (इनपुट भाषा)

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Published Date: February 12, 2019 5:52 PM IST