
महबूबा मुफ़्ती के नए आवास पर आतंकी हमले का खतरा, सुरक्षा एजेंसियों ने कहा- सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं
सुरक्षा एजेंसियों ने कहा कि नया आवास जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति के लिहाज से 'उपयुक्त' नहीं है.

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) को गुपकर आवास से हटाए जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियों के लिए उनकी सुरक्षा सुनिश्चत करने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है, क्योंकि उनका दावा है कि नया आवास जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति के लिहाज से ‘‘उपयुक्त’’ नहीं है. एजेंसियों ने दावा किया कि उनके नये आवास पर आतंकी हमले का जोखिम अधिक है. उन्होंने यह भी दावा किया कि पीडीपी अध्यक्ष के नये निवास से शहर तक 20 किलोमीटर के मार्ग को सुरक्षा घेरे में लेना मुश्किल होगा.
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वहीं, मुफ्ती के परिवार ने आरोप लगाया है कि खतरे के संबंध में उस समय तक जानकारी उजागर नहीं की गई, जब तक कि उन्होंने प्रशासन के सामने इस मुद्दे को नहीं उठाया. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष मुफ्ती पिछले साल नवंबर में शहर के बाहरी खिंबर इलाके में स्थित आवास में रहने चली गईं. उन्हें यहां गुपकर में उच्च सुरक्षा वाले ‘फेयरव्यू’ आवास को खाली करना पड़ा था, जहां वह 2005 से रह रही थीं.
हालांकि उन्हें पिछले साल अक्टूबर में आवास खाली करने को लेकर कई नोटिस मिले जिनमें 15 नवंबर से पूर्व आवास छोड़ने के लिए कहा गया. जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर अगस्त 2019 में इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभक्त किए जाने के बाद नए कानूनों के तहत पूर्व मुख्यमंत्री के लिए किराया मुक्त आवास की सुविधा समाप्त कर दी गई थी. इसके बाद मुफ्ती खिंबर स्थित घर में स्थानांतरित हो गई थी. यह गुपकर से 15 किमी दूर है और उनके एक रिश्तेदार का है. परिवार – मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती और मां गुलशन नजीर- के नए आवास में जाने से पहले सुरक्षा एजेंसियों ने दो बार इसकी सुरक्षा समीक्षा की थी.
सुरक्षा समीक्षा में सामने आया है कि मुफ्ती का नया आवास जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति के लिहाज से ‘‘उपयुक्त’’ नहीं है और उनके नये आवास पर आतंकी हमले का जोखिम अधिक है. सुरक्षा संबंधी रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘घर का पिछला हिस्सा घने जंगल से घिरा हुआ है और आतंकवादी हमले या जंगली जानवरों के डर की पूरी आशंका है. इसके अलावा उक्त घर के पास से बिजली की हाईटेंशन लाइन गुजर रही है.’’
इसमें कहा गया कि श्रीनगर शहर से जाकुरा के रास्ते घर की ओर जाने वाली 20 किलोमीटर की सड़क घनी आबादी वाले इलाके में है जो ‘‘अत्यधिक जोखिम भरा’’ है, जिसमें हाल में आतंकवादी हमले हुए थे. समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि हरवान, दरबाघ से होकर खिंबर से मुख्य शहर तक वैकल्पिक मार्ग का अधिकांश भाग भी ‘‘अतिसंवेदनशील’’ है, जो घने जंगलों से घिरा हुआ है और मुफ्ती की आवाजाही के लिहाज से असुरक्षित हो सकता है.
मुफ्ती की बेटी इल्तिजा ने कहा, ‘‘मेरे लिए चौंकाने वाली बात यह है कि इस रिपोर्ट को हमारे साथ कभी साझा नहीं किया गया. हमने मीडिया के माध्यम से इन अफवाहों के बारे में सुना है जो हमारे नये आवास में आने के बाद से फैली हुई हैं. उन्होंने (प्रशासन) हमें औपचारिक रूप से कुछ भी नहीं बताया है.’’ इल्तिजा ने कहा कि सुरक्षा समीक्षा रिपोर्ट ‘‘बहुत प्रतिकूल’’ थी और सीआईडी से लेकर आईबी और स्थानीय पुलिस समेत हर सुरक्षा एजेंसी ने इस आवास की सुरक्षा को लेकर आशंकाएं जताई थीं.
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