
By clicking “Accept All Cookies”, you agree to the storing of cookies on your device to enhance site navigation, analyze site usage, and assist in our marketing efforts Cookies Policy.
देश में पिछले कुछ दिनों से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने के खिलाफ कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने आज बुधवार को लोकसभा इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की. हालांकि आसन से अनुमति नहीं मिलने के बाद विरोध जताते हुए सांसद सदन से वॉकआउट कर गए. मालूम हो कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गुरुवार को एक बार फिर 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई. पिछले 10 दिनों में कुल 6.40 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है.
लोकसभा की कार्यवाही सुबह शुरू होने पर विपक्षी दलों के सदस्य पेट्रोल डीजल सहित ईंधन की कीमतों में वृद्धि का मुद्दा उठाने लगे और आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे. विपक्षी दलों के सदस्यों ने अपनी मांग के समर्थन में तख्तियां भी ली हुई थीं. हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि उन्होंने सदस्यों को यह विषय उठाने के लिए इस सत्र के दौरान चार बार मौका दिया है. उन्होंने कहा कि सदस्यों को अपनी सीट पर जाना चाहिए और सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेना चाहिए.
विपक्षी सदस्यों का हंगामा हालांकि जारी रहा और अध्यक्ष ने हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल चलाया. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, माकपा, भाकपा सदस्यों ने इस विषय को सदन में उठाने की अनुमति ना मिलने पर विरोध प्रकट किया. करीब 30 मिनट बाद कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ अन्य विपक्षी दलों के सदस्य सदन से वाकआउट कर गए.
सदन में विपक्षी दलों के हंगामे के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस महंगाई के मुद्द पर क्या घेरेगी? UPA के कार्यकाल में महंगाई का सूचकांक कहां था? लोग देख रहे हैं कि विश्व युद्ध की तरह माहौल बना हुआ है. कांग्रेस पहले अपना चेहरा आईने में देखे उसके बाद दूसरों को आईना दिखाए.’ (एजेंसी इनपुट्स)
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें दिल्ली की और अन्य ताजा-तरीन खबरें