
Bhandara hospital Fire Latest News: सीएम ने 10 बच्चों की मौत की घटना की जांच के दिए आदेश, परिजनों को 5-5 लाख रुपए दिए जाएंगे
Latest News Update भंडारा जिला अस्पताल में 10 शिशुओं की मौत की जांच तकनीकी कमेटी करेगी, विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई क मांग की

Bhandara District General Hospital fire incident prob order news: महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात विशेष नवजात देखरेख इकाई में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई है. घटना के बाद राज्य सरकार ने जहां पीड़ित परिवारों को 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा की है, वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं. महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने आग लगने की घटना में तत्काल जांच की मांग करते हुए सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को भी कहा है. ताजा जानकारी के मुताबिक, एक तकनीकी कमेटी आग लगने के कारण की जांच करेगी. इसी घटनाक्रम को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दुख जताया है. वहीं,
Also Read:
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने भंडारा जिला अस्पताल में आग लगने से 10 बच्चों की हुई मौत के मामले में जांच के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) बताया हे कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ज़िला अस्पताल में आग लगने की घटना को लेकर स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के साथ-साथ भंडारा ज़िले के ज़िला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से बात की. उन्होंने जांच का भी आदेश दिया है.
मैंने सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को भी कहा है
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ” मैं भंडारा ज़िला अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) में आग लगने की घटना में तत्काल जांच की मांग करता हूं. मैंने सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को भी कहा है.
I demand an immediate probe in the fire incident at Sick Newborn Care Unit (SNCU) of Bhandara District General Hospital. I have also asked the government to take strict action against the culprits: Devendra Fadnavis, Leader of Opposition in Maharashtra Assembly (File pic) pic.twitter.com/e3PJjnIgcs
— ANI (@ANI) January 9, 2021
तकनीकी समिति आग लगने की जांच करेगी: कलेक्टर
भंडारा के जिला कलेक्टर संदीप कदम ने कहा, करीब 2 बजे लगी इस आग ने 10 बच्चों की जान ले ली. लेकिन हम 7 बच्चों की जान बचा पाए हैं. तकनीकी समिति आग लगने के कारण का पता लगाने के लिए जांच करेगी.
रात को करीब डेढ़ से दो बजे के बीच में सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) में आग लगने से 10 बच्चों की मौत हुई है और हमने 7 बच्चों को बचाया है। मामले में विस्तृत जाँच की जाएगी और घटना का कारण पता लगाया जाएगा: संदीप कदम, ज़िला कलेक्टर, भंडारा #Maharashtra pic.twitter.com/kduANDasu3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 9, 2021
परिजनों को 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी
महाराष्ट्र के स्वाथ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, भंडारा जिला अस्पताल में आग लगने की घटना में मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी. यह बयान उन्होंने राज्य के भंडारा ज़िला अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हुई है.
भंडारा ज़िला अस्पताल में आग लगने की घटना में मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी: राजेश टोपे, स्वास्थ्य मंत्री, महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के भंडारा ज़िला अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हुई है। pic.twitter.com/KQGQ7CBdQr — ANI_HindiNews (@AHindinews) January 9, 2021
भंडारा जिला अस्पताल में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत
महाराष्ट्र के भंडारा जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात विशेष नवजात देखरेख इकाई में आग लगने से 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई. एक डॉक्टर ने बताया कि नवजात बच्चों की उम्र एक महीने से तीन महीने के बीच थी. जिला सिविल सर्जन प्रमोद खंडाते ने बताया कि भंडारा जिला अस्पताल में शुक्रवार देर रात एक बजकर 30 मिनट के आसपास आग लग गई. इकाई में 17 बच्चे थे, जिनमें से सात को बचा लिया गया.
Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray spoke to Health Minister Rajesh Tope as well as District Collector and Superintendent of Police of Bhandara district over the fire incident in District General Hospital. He has also ordered a probe: Chief Minister’s Office (CMO) https://t.co/ERZuBxVlsk
— ANI (@ANI) January 9, 2021
नर्स ने देखा धुआं, 17 में से 10 बच्चों की मौत हो गई
सबसे पहले एक नर्स ने अस्पताल के शिशु देखभाल विभाग से धुआं उठते देखा, जिसके बाद डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को जानकारी मिली और वे पांच मिनट के भीतर यहां पहुंच गए. इकाई के ‘इनबाउंड वार्ड’से सात बच्चों को दमकल कर्मियों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन 10 बच्चों को बचाया नहीं जा सका.
शॉर्ट सर्किट होने का संदेह
जिला सिविल खंडाते ने बताया कि बच्चों को जिस वार्ड में रखा जाता है, वहां लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति की जरूरत होती है. ”वहां आग बुझाने वाले उपकरण थे और कर्मियों ने उनसे आग बुझाने की कोशिश की. वहां काफी धुआं हो रहा था.” उन्होंने बताया कि आग का शिकार होने वाले बच्चों के माता-पिता को इसकी जानकारी दे दी गई है और बचाए गए सात बच्चों को दूसरे वार्ड में भेज दिया गया है. आईसीयू वार्ड, डायलिसिस और लेबर वार्ड से रोगियों को सुरक्षित दूसरे वार्ड में भेज दिया गया है. अभी तक आग लगने के पीछे की वजह का पता नहीं चल पाया है, लेकिन शॉर्ट सर्किट होने का संदेह है.
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें देश की और अन्य ताजा-तरीन खबरें