
Malegaon Blast Case 2008: कोर्ट में एक और गवाह पलटा, बोला- एटीएस ने RSS के नेताओं का नाम लेने के लिए मजबूर किया
Malegaon Blast Case 2008: ये 17वां गवाह है जो अदालत के समक्ष पटल गया. उसने कोर्ट को बताया कि एटीएस ने उसका अपहरण किया और गैर कानूनी रूप से तीन-चार दिन हिरासत में रखा.

Malegaon Blast Case 2008: साल 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में आज गुरुवार को कोर्ट में एक और गवाह पलट गया. ये 17वां गवाह है जो अदालत के समक्ष पटल गया. उसने कोर्ट को बताया कि एटीएस ने उसका अपहरण किया और गैर कानूनी रूप से तीन-चार दिन हिरासत में रखा. उसने बताया कि विस्फोट मामले में आरएसएस के नेताओं का नाम लेने के लिए उसे मजबूर किया गया था.
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अब तक 17 गवाह पलटे
मालूम हो कि विस्फोट मामले में अभी तक 220 गवाहों से पूछताछ की जा चुकी है और इनमें से 17 अब तक कोर्ट में मुकर चुके हैं. मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को मालेगांव विस्फोट मामले की जांच के लिए एटीएस के अतिरिक्त आयुक्त के रूप में तैनात किया गया था. सिंह अभी जबरन वसूली सहित कई मामलों का सामना कर रहे हैं.
क्या है मामला
29 सितंबर, 2008 को मालेगांव में एक मस्जिद के पास उस समय विस्फोट हुआ, जब वहां अनेक लोग नमाज अदा कर रहे थे. उस विस्फोट में कम से कम नौ लोग मारे गए और 80 से अधिक घायल हो हुए थे.
Malegaon blast case 2008 | Another witness turns in the case trial. This is the 17th hostile witness. He told the court that he was kidnapped by ATS and was kept in illegal custody for three-four days, and was forced to take names of RSS leaders in the case.
— ANI (@ANI) February 3, 2022
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