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नितिन गडकरी ने कहा- मैं दिल से चाहता हूं कि कांग्रेस मजबूत हो, हार से निराश होकर पार्टी न छोड़ें नेता

नितिन गडकरी ने कहा कि लोकतंत्र के लिए कांग्रेस का मजबूत होना ज़रूरी है. मैं ऐसा दिल से चाहता हूं. इसलिए हार की वजह से नेताओं को कांग्रेस नहीं छोड़नी चाहिए. दिन सबके आते हैं.

Published: March 28, 2022 7:27 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by Zeeshan Akhtar

नितिन गडकरी ने कहा- मैं दिल से चाहता हूं कि कांग्रेस मजबूत हो, हार से निराश होकर पार्टी न छोड़ें नेता

मुंबई: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कांग्रेस को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिसकी बहुत चर्चा हो रही है और कांग्रेस नेता नितिन गडकरी के बयान से गदगद हैं. नितिन गडकरी ने कहा कि लोकतंत्र के लिए मजबूत कांग्रेस अहम है और यह उनकी ईमानदारी से इच्छा है कि पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत बने. लोकतंत्र दो पहियों के सहारे चलता है जिनमें से ‘‘एक पहिया सत्ताधारी पार्टी है जबकि दूसरा पहिया विपक्ष है. लोकतंत्र के लिए मजबूत विपक्ष की जरूरत है और इसलिए मै हृदय से महसूस करता हूं कि कांग्रेस को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत होना चाहिए.’’ पुणे में हुए कार्यक्रम में गडकरी ने कहा कि चूंकि कांग्रेस कमजोर हो रही है, अन्य क्षेत्रीय पार्टियां उसका स्थान ले रही हैं. यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है कि अन्य क्षेत्रीय पार्टियां कांग्रेस का स्थान लें.’’ 50 के दशक में अटल बिहारी वाजपेयी चुनाव हार गए थे, लेकिन जवाहर लाल नेहरू उनका बहुत सम्मान करते थे. नितिन गडकरी ने कहा कि हार से निराश होकर कांग्रेस नेताओं को पार्टी नहीं छोड़नी चाहिए. उन्हें भी जीत मिलेगी.

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नितिन गडकरी के इस बयान की कांग्रेस में बेहद चर्चा है. वहीं, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव सचिन सांवत ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की टिप्पणी का स्वागत किया। सावंत ने कहा कि गडकरी जी ने जो चिंता जताई हम उसकी प्रशंसा करते हैं, लेकिन उन्हें अपने नेता मोदी जी से भी भाजपा की, विपक्षी पार्टियों और लोकतंत्र को केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिये नष्ट करने की कोशिश के बारे में बात करनी चाहिए.’’ सावंत ने दावा किया, ‘‘उच्चतम न्यायालय भी असहाय प्रतीत हो रहा है. आप जांच एजेंसियों का इस्तेमाल गैर भाजपा पार्टियों की सरकारों को प्रताड़ित करने के लिए कर रहे हैं.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह की राजनीति गत आठ सालों से हो रही है जो अभूतपूर्व है. कांग्रेस नेता ने कहा,‘‘ यह लोकतंत्र और देश के हित में होगा अगर वह (गडकरी) विपक्ष को नष्ट करने और लोकतंत्र को तानाशाही में बदलने की भाजपा की मनोस्थिति के बारे में मोदी से बात करें.’’

सावंत ने कहा कि गडकरी द्वारा व्यक्त की गई भावना अच्छी है. वह इस बात से अनजान नहीं हैं कि कैसे मोदी सरकार देश में लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी है और लोगों को एहसास होगा कि कांग्रेस की विचारधारा और विचार राष्ट्र हित में हैं. पुणे के कार्यक्रम में गडकरी ने यह भी बताया कि जब वह भाजपा में नए-नए आए थे तो महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता दिवंगत श्रीकांत जिचकर ने उन्हें अपनी पार्टी में शामिल होने को कहा था.

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