By clicking “Accept All Cookies”, you agree to the storing of cookies on your device to enhance site navigation, analyze site usage, and assist in our marketing efforts Cookies Policy.
शिवसेना से एकनाथ शिंदे की छुट्टी, मुख्यमंत्री बनने के अगले ही दिन उद्धव ठाकरे ने दिखाया बाहर का रास्ता
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को पार्टी के पदों से हटा दिया है. शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे ने कल ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बागी एकनाथ शिंदे को पार्टी लीडर पद (विधायक दल का नेता) से हटा दिया है. बता दें कि एकनाथ शिंदे ने कल ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है. इसके बाद वे आज पार्टी से बगावत कर उनके साथ आने वाले गुट के विधायकों से मिले और खुद को शिवसैनिक बताया. जिसके जवाब में उद्धव ठाकरे ने कहा था कि वह शिवसेना के मुख्यमंत्री नहीं हैं. शिवसेना को अलग रखने से शिवसेना का कोई मुख्यमंत्री नहीं हो सकता. शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने एक पत्र जारी कर उन्हें विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है. पार्टी की ओर से जारी पत्र में ठाकरे कहा है कि शिंदे पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं और उन्होंने खुद ही पार्टी छोड़ दी है.
Trending Now
उद्धव ठाकरे द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में कहा गया, ‘शिवसेना पक्ष प्रमुख के रूप में मुझमें निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए, मैं आपको पार्टी संगठन में शिवसेना नेता के पद से हटाता हूं.’ हालांकि, भले ही शिंदे ने दावा किया है कि वह शिवसेना के नेता हैं और ठाकरे खेमा अल्पसंख्यक है, लेकिन उन्होंने कभी भी खुद को पक्ष प्रमुख (पार्टी प्रमुख) नहीं कहा है. इस तरह तकनीकी रूप से ठाकरे अभी भी पार्टी प्रमुख हैं.
ट्विटर से शिवसेना गायब, बाल ठाकरे के साथ खुद की तस्वीर
गौरतलब है कि इससे पहले आज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने खुद को शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे राजनीतिक उत्तराधिकारी बताया. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल की प्रोफ़ाइल तस्वीर में बालासाहेब ठाकरे के साथ अपनी तस्वीर लगाई. हालांकि, उन्होंने हैंडल पर कहीं भी खुद को न तो शिवसैनिक लिखा है और न ही शिवसेना का कोई और जिक्र है.
बगावत के जरिए मंत्री से मुख्यमंत्री तक का सफर
बता दें कि इससे पहले शिवसेना के गठबंधन वाली महाविकास आघाड़ी सरकार में शिंदे कैबिनेट मंत्री थे. साथ ही वह शिवसेना के विधायक दल के नेता भी थे. लेकिन शिंदे ने अचानक से पार्टी के कई विधायकों को साथ लिया और सूरत के रास्ते होते हुए गुवाहाटी जा पहुंचे. यहां उन्होंने ठाकरे से भाजपा से गठबंधन करने और कांग्रेस-एनसीपी से गठबंधन तोड़ने की मांग की. कई दिनों चले सियासी ड्रामे के बाद आखिरकार उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
ठाकरे के इस्तीफे के 24 घंटों के बाद ही शिंदे ने सरकार बनाने का दावा पेश किया और राज्यपाल ने उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलवाई. शिंदे को भाजपा ने बाहर से समर्थन करने का दावा किया है. मालूम हो कि शिंदे को 4 तारीख को बहुमत भी साबित करना है. इसी बीच आज शिवसेना प्रमुख ठाकरे उन्हें पार्टी के विधायक दल के नेता पद से निष्कासित कर दिया है.
राउत से 10 घंटे तक ईडी की पूछताछ
उधर, आज प्रवर्तन निदेशालय के बुलावे पर शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत पूछताछ के लिए पहुंचे. कई घंटे चली पूछताछ के बाद संजय राउत ने कहा कि अगर हमारे मन में कोई शंका नहीं है तो केंद्रीय एजेंसियों के सामने जाना हमारा कर्तव्य है. जिससे लोगों के मन में हमें लेकर कोई शंका न हो. संजय राउत ने बताया कि ईडी ने उनसे 10 घंटे तक पूछताछ की और उन्होंने इसमें पूरा सहयोग किया.
Also Read:
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें Maharashtra की और अन्य ताजा-तरीन खबरें