Supreme Court Hearing on Maharashtra Crisis Live: महाराष्ट्र के सियासी हालात पर सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है. शीर्ष अदालत ने राज्य में 27 नवंबर यानी बुधवार शाम पांच बजे फ्लोर टेस्ट कराने को कहा है. शीर्ष अदालत के इस फैसले पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार का भविष्य काफी हद तक टिका हुआ है. देवेंद्र फडणवीस का दावा है कि उनकी सरकार के पास जरूरी संख्या बल है वहीं विपक्षी खेमे ने मीडिया के सामने अपने विधायकों की परेड करा दी है. शीर्ष अदालत ने सोमवार को याचिका पर करीब 80 मिनट की सुनवाई के बाद अपना फैसला मंगलवार तक के लिए सुरक्षित रख लिया.
सरकार गठन के लिए भाजपा को आमंत्रित करने और देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाए जाने के खिलाफ याचिका पर जस्टिस एन वी रमण, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस संजीव खन्ना की तीन सदस्यीय पीठ सुनवाई कर रही है. महाराष्ट्र में अप्रत्याशित राजनीतिक घटनाक्रम में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यिारी ने 23 नवंबर यानी शनिवार की सुबह भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई थी. सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से एक दिन पहले तीनों दलों गठजोड़ ने अपनी ताकत दिखाते हुए मुंबई के होलट में 162 विधायकों की परेड कराई. राकांपा प्रमुख शरद पवार ने इकट्ठा विधायकों से कहा कि वह निजी तौर पर सुनिश्चित करेंगे कि महाराष्ट्र विधानसभा में शक्ति परीक्षण के दौरान भाजपा के खिलाफ वोटिंग करने पर किसी की भी सदस्यता ना जाए.