दशहरा रैली में उद्धव का शिंदे पर हमला- 'इस बार का रावण अलग है, जो साजिश करे वहीं 'कटप्पा'; सीएम ने भी किया पलटवार

शिवाजी पार्क (Shivaji Park) में दशहरा रैली (Dussehra Rally) के दौरान शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) पर जमकर हमला बोला.

Updated: October 6, 2022 1:17 AM IST

By Parinay Kumar

दशहरा रैली में उद्धव का शिंदे पर हमला- 'इस बार का रावण अलग है, जो साजिश करे वहीं 'कटप्पा'; सीएम ने भी किया पलटवार

मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क (Shivaji Park) में दशहरा रैली (Dussehra Rally) के दौरान शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) पर जमकर हमला बोला. शिवाजी पार्क में लोगों को संबोधित करते हुए उद्धव ने कहा कि ‘जो साजिश करे वही ‘कटप्पा’ है. शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख ने कहा कि ‘कटप्पा’ को जनता माफ नहीं करने वाली है. शिवसैनिकों की गद्दी पर सिर्फ एक शिवसैनिक का ही अधिकार रहने वाला है. उन्होंने कहा कि कहा जा रहा था कि शिवसेना का क्या होगा? यहां की भीड़ देखकर अब सवाल है गद्दारों का क्या होगा?

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हर साल की तरह इस बार भी रावण जलेगा, लेकिन इस बार का रावण अलग है. उन्होंने कहा कि समय के साथ-साथ रावण भी बदल जाता है… वह अब तक 10 सिर वाला हुआ करता था… उद्धव ने लोगों से पूछा, उसके पास अब कितने सिर हैं? वह अब 50 गुना अधिक विश्वासघात कर रहा है.

उद्धव ने कहा कि मुझे केवल एक ही बात बुरी लगी और गुस्सा आया कि जब मुझे अस्पताल में भर्ती कराया गया, तो जिन लोगों को मैंने (राज्य की) जिम्मेदारी दी, वे ‘कटप्पा’ बन गए और हमें धोखा दिया… वे मुझे काट रहे थे और सोच रहे थे कि मैं अस्पताल से कभी नहीं लौटूगा.’

शिवसेना प्रमुख ने कहा, ‘जिन्हें हमने सब कुछ दिया, उन्होंने हमारे साथ विश्वासघात किया और जिन्हें कुछ नहीं दिया, वे सब एक साथ हैं. यह सेना एक या दो की नहीं बल्कि आप सबकी है. जब तक आप मेरे साथ हैं, मैं पार्टी का नेता रहूंगा.

उद्धव के वार पर शिंदे का पलटवार

वहीं, उद्धव के वार पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनका विद्रोह ‘विश्वासघात’ कतई नहीं था, बल्कि एक ‘बगावत’ थी. शिंदे ने बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स के एमएमआरडीए मैदान में एक महारैली को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में मतदाताओं ने 2019 के विधानसभा चुनावों में शिवसेना और भाजपा को चुना, लेकिन उद्धव ठाकरे ने महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के गठन के लिए कांग्रेस और राकांपा से हाथ मिलाकर राज्य की जनता को ‘धोखा’ दिया.

उन्होंने कहा कि उनकी दशहरा रैली में भारी भीड़ यह दिखाने के लिए पर्याप्त है कि बाल ठाकरे की विरासत के सच्चे उत्तराधिकारी कौन हैं. शिंदे ने कहा कि उनका विद्रोह ‘विश्वासघात’ नहीं था, बल्कि एक गदर था. शिवसेना के ठाकरे गुट ने अक्सर विद्रोहियों को ‘गद्दार’ कहकर निशाना बनाया है.

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