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Maharashtra New Govt: महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन हो गया है. एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने मुख्यमंत्री (Maharashtra New CM) जबकि देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने डिप्टी सीएम (Maharashtra Deputy CM) पद की शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह के बाद पूर्व सीएम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को शुभकामनाएं दीं. उद्धव ने ट्वीट कर लिखा, ‘नव नियुक्त मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जी और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जी को शुभकामनाएं. मैं कामना करता हूं कि आप महाराष्ट्र के लिए अच्छा काम करेंगे.’
महाराष्ट्र राज्याचे नवनियुक्त मुख्यमंत्री @mieknathshinde जी व उपमुख्यमंत्री @Dev_Fadnavis जी यांना भावी वाटचालीस शुभेच्छा. आपल्या हातून महाराष्ट्रामध्ये चांगले काम होवो, ही सदिच्छा!
— Office of Uddhav Thackeray (@OfficeofUT) June 30, 2022
उधर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा कि एकनाथ शिंदे की सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) खुश नहीं दिख रहे थे. उद्धव के इस्तीफा देने के बाद शिवसेना के बागी नेता शिंदे ने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा था कि वह सरकार का हिस्सा नहीं होंगे, लेकिन बाद में उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. पवार ने पुणे में संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे लगता है कि फडणवीस ने खुशी से नंबर दो का स्थान स्वीकार नहीं किया है. उनके चेहरे के भाव ने सब कुछ बयां कर दिया.
राकांपा प्रमुख ने कहा, ‘(हालांकि) वह नागपुर से हैं और उन्होंने एक ‘स्वयंसेवक’ (आरएसएस के साथ) के रूप में काम किया है और वहां, जब कोई आदेश आता है, तो उसका पालन करना पड़ता है.’ उन्होंने कहा कि फडणवीस ने इस ‘संस्कार’ के कारण एक कनिष्ठ पद स्वीकार किया होगा. पवार ने भाजपा सरकार के तहत केंद्रीय एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के बारे में भी बात की और दावा किया कि उन्हें 2004, 2009 और 2014 में अपने चुनावी हलफनामों के संबंध में आयकर विभाग से पत्र प्राप्त हुए थे.
उन्होंने यह भी कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ बगावत करने के बाद गुवाहाटी में डेरा डाले हुए एकनाथ शिंदे गुट को उम्मीद नहीं थी कि उनके नेता उपमुख्यमंत्री से ज्यादा कुछ बनेंगे. पवार ने कहा, ‘हालांकि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा आदेश दिए जाने के बाद, शिंदे को मुख्यमंत्री का पद दिया गया. किसी को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी. मुझे लगता है कि शिंदे को खुद कोई जानकारी नहीं थी. दूसरा आश्चर्य, जो मुझे नहीं लगता कि वास्तव में एक आश्चर्य है, वह यह है कि देवेंद्र फडणवीस, जिन्होंने पांच साल तक मुख्यमंत्री और फिर विपक्ष के नेता के रूप में काम किया, को केंद्रीय नेतृत्व के निर्देशों का पालन करते हुए उपमुख्यमंत्री का पद लेना पड़ा.’
उन्होंने कहा कि हालांकि पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं. राकांपा प्रमुख ने कहा कि उन्होंने शिंदे से भी बात की और उन्हें बधाई दी. पवार ने शिवसेना के बागी विधायकों के इस दावे को भी खारिज किया कि राकांपा और कांग्रेस के साथ शिवसेना का गठजोड़ उनके विद्रोह का प्राथमिक कारण था. उन्होंने कहा, ‘यह आरोप निराधार है. इसका राकांपा और कांग्रेस से कोई संबंध नहीं है. लोगों को (बहाने के रूप में) कुछ बताना होगा, इसलिए राकांपा और कांग्रेस को दोषी ठहराया जा रहा है.’
(इनपुट: भाषा)
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