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Punjab Assembly Election 2022: कांग्रेस ने 20 फरवरी को होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है. 30 स्टार प्रचारकों की सूची में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), मनमोहन सिंह (Manmohan Singh), राहुल गांधी (Rahul gandhi), प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi), हरीश चौधरी, नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu), चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi), अंबिका सोनी, मीरा कुमार, अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, सुनील जाखड़, प्रताप सिंह बाजवा, अजय माकन और भूपेंद्र सिंह हुड्डा, और आनंद शर्मा समेत अन्य नाम हैं. इस पर मनीष तिवारी ने टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर यह दूसरी तरह से होता तो मुझे हैरानी होती. उन्होंने कहा कि इसका कारण भी जनता के सामने हैं, किसी से कुछ छिपा नहीं है.
I would have been surprised if it would have been the other way around . The reasons have been a Public Affair now for quite a while @ABHIJIT_LS Da. https://t.co/PVCXCweR83
— Manish Tewari (@ManishTewari) February 5, 2022
वहीं, टीएमसी के पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी ने एक ट्वीट कर इस पूरे मामले पर चुटकी ली है. उन्होंने लिखा कि पंजाब कांग्रेस में दुखद स्थिति है क्योंकि उन्होंने एक सीनियर कांग्रेस नेता, पंजाब के सांसद और पूर्व मंत्री मनीष तिवारी को पंजाब में स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर कर दिया है. उन्होंने कहा कि इस तरह के संकीर्ण सोच वाले कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा कि मनीष भाई, हमें वोट देने वाले लोग ही द्विदलीय मानसिकता का जवाब हैं! कुछ भी हो, आप हमेशा ऐसे ही बने रहें. उन्होंने कहा कि आप उन बेहतरीन सांसदों में से एक हैं जिन्हें मैंने देखा है, मेरे पिता की भी यही राय थी.
सूत्रों ने कहा कि पंजाब में 40 प्रतिशत हिंदू आबादी और उत्तर प्रदेश और बिहार से बड़ी संख्या में प्रवासियों के साथ, तिवारी एक आदर्श विकल्प होते, क्योंकि वह न केवल हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं, बल्कि उत्तर प्रदेश में अपनी जड़ों के कारण प्रवासियों के साथ भी तालमेल बिठाते हैं. आनंदपुर साहिब हमेशा से सिख धर्म का गढ़ रहा है और 2014 में पार्टी की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी के असफल होने के बाद तिवारी ने 2019 में सीट जीती थी.
उनके समर्थक उनके स्टार प्रचारकों की सूची से बाहर होने से खफा हैं और कह रहे हैं कि वे राज्य से लोक सभा के लिए चुने जाने वाले एकमात्र हिंदू नेता हैं, तिवारी की अनदेखी कर पार्टी क्या संदेश देने की कोशिश कर रही है. जब समाचार एजेंसी ने उनसे संपर्क किया, तो तिवारी ने कहा कि उनसे पूछें जिन्होंने सूची तैयार की है. हालांकि, पार्टी ने सूची में कई गैर-सिख नेताओं के नाम शामिल किए हैं, जैसे आनंद शर्मा, (जो जी -23 के सदस्य भी थे) और अंबिका सोनी, सुनील जाखड़, भूपिंदर सिंह हुड्डा, अशोक गहलोत, रणदीप सिंह सुरजेवाला, राजीव शुक्ला, सचिन पायलट और कुमारी शैलजा जैसे अन्य.
उनके समर्थक इस बात से नाराज हैं कि अमृता धवन, नेट्टा डिजौसा और अन्य का नाम भी सूची में है, जबकि तिवारी को जानबूझकर बाहर रखा गया है. सूत्रों ने कहा कि तिवारी को पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का करीबी माना जाता है, जो कांग्रेस द्वारा स्टार प्रचारकों की सूची में उनका नाम नहीं लेने का एक कारण हो सकता है.
यह विवाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 6 फरवरी को लुधियाना के दौरे से ठीक पहले शुरू हुआ, जहां उनके पंजाब में विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के सीएम चेहरे की घोषणा करने की संभावना है. 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 20 फरवरी को मतदान होगा, जबकि मतों की गिनती 10 मार्च को होगी.
इनपुट- IANS से
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