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Punjab Power Crisis: पंजाब में एक तरफ तो गर्मी का कहर दूसरी तरफ बिजली संकट गहराता जा रहा है. इस वजह से लोगों का हाल-बेहाल हो रहा है. पंजाब के कई जिलों में तापमान करीब 46 डिग्री पहुंच गया है और बिजली 10 से 12 घंटे तक कट रही है. इस वजह से पूरे राज्य में घरों से लेकर खेतों तक बिजली कटौती से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. शहरों में जहां 4 से 5 घंटे बिजली की कटौती की जा रही है तो वहीं गांवों में 10 से 12 घंटे के बिजली काटी जा रही है.
इसे लेकर अब राजनीति भी जमकर हो रही है. आम आदमी पार्टी की सरकार में बिजली मंत्री बने हरभजन सिंह ने अपनी तरफ से सफाई दी है और इसका ठीकरा चन्नी सरकार पर फोड़ा है. उन्होंने कहा है कि पिछली चन्नी सरकार इस सीजन के लिए कोई प्रबंध करके नहीं गई, जिसकी वजह से ये परेशानी हो रही है.पिछले साल के मुकाबले बिजली की मांग 40% बढ़ी है. ऐसे में लोगों को 24 घंटे बिजली के लिए कोशिश की जा रही है.
बिजली मंत्री हरभजन सिंह ने कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस बार बिजली की मांग 40% बढ़ी है. यह संकट पंजाब में ही नहीं बल्कि पूरे देश में है. मुख्यमंत्री भगवंत मान पूरी स्थिति को मॉनीटर कर रहे हैं. 75 सालों तक पंजाब में पुरानी सरकारों ने बिजली व्यवस्था और थर्मल प्लांटों की बुरी हालत कर दी, उनके सिस्टम में कोई सुधार नहीं किया.
बिजली संकट के कारण लोगों में भी नाराजगी देखी जा रही है. पावरकाम ने विभिन्न गांवों में गुरुद्वारों से अनाउंसमेंट करवाकर संकट की घड़ी में लोगों के सहयोग की बात कह रही है. तर्क दिया गया कि पांच थर्मल यूनिट बंद होने के कारण करीब 800 मेगावाट बिजली की कमी हो गई है और जल्द ही इसे दूर कर दिया जाएगा.
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