
माझा में कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल में टाई, आम आदमी पार्टी को भी हो रहा फायदा
उत्तरी पंजाब को माझा क्षेत्र के नाम से जाना जाता है. इस क्षेत्र की पश्चिमी सीमा पड़ोसी देश पाकिस्तान से मिलती है. तरनतारन, अमृतसर, पठानकोट और गुरदासपुर जिले इस क्षेत्र में आते हैं. इस क्षेत्र में विधानसभा की कुल 25 सीटें हैं.

Majha Election: उत्तरी पंजाब को माझा क्षेत्र के नाम से जाना जाता है. इस क्षेत्र की पश्चिमी सीमा पड़ोसी देश पाकिस्तान से मिलती है. तरनतारन, अमृतसर, पठानकोट और गुरदासपुर जिले इस क्षेत्र में आते हैं. इस क्षेत्र में विधानसभा की कुल 25 सीटें हैं. पाकिस्तान से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा के कारण यह क्षेत्र अपनी अलग अहमियत रखता है. मौजूदा दौर में राज्य की सत्ता पर काबिज कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू इसी क्षेत्र के अमृतसर से आते हैं. कांग्रेस ने उन्हें इस बार अमृतसर पूर्व विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है.
Also Read:
- Karnataka Assembly Election: आज कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित करेगा चुनाव आयोग, 17 हजार मतदाता 100 साल पार
- Rahul Gandhi: दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस के मशाल मार्च को नाकाम किया, कांग्रेसियों को हिरासत में लेकर बाद में छोड़ा
- PM मोदी का विपक्ष पर हमला, कहा- 'भ्रष्टाचार में लिप्त नेता एक मंच पर आ रहे और...' | संबोधन की 10 खास बातें
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष इस क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, इसके अलावा माझा क्षेत्र (Majha election) कांग्रेस के लिए इसलिए भी अहमियत रखता है कि पिछली बार पार्टी को यहां की 25 में से 22 सीटों पर जीत मिली थी. इस बार के विधानसभा चुनाव में पार्टी को इस क्षेत्र से कितनी सफलता हाथ लगती है यही बात नवजोत सिंह सिद्धू का भविष्य भी तय करेगी. Zee News के ओपिनियन पोल की बात करें तो इस बार के आंकड़े दर्शा रहे हैं कि इस बार कांग्रेस को यहां भारी नुकसान हो सकता है.
पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 46 फीसद मत मिले थे, जबकि इस बार उसे 33 फीसद वोट मिलने का अनुमान है. शिरोमणि अकाली दल को पिछले चुनाव में 25 फीसद वोट मिले थे जो इस बार बढ़कर 31 फीसद हो सकते हैं. पहली बार चुनाव लड़ते हुए पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 14 फीसद मत मिले थे, इस बार यह आंकड़ा 26 फीसद होने की संभावना है. भाजपा को 10 फीसद मत मिले थे, लेकिन इस बार पार्टी 6 फीसद पर सिमट सकती है.
सीटों की बात करें तो कांग्रेस को इस बार माझा क्षेत्र में 9-10 सीटें मिलने का अनुमान है. शिरोमणि अकाली दल को भी इस विधानसभा चुनाव में 9-10 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी को सिर्फ 2 सीटें मिली थीं. आम आदमी पार्टी पिछली बार यहां खाता नहीं खोल पायी थी, लेकिन इस बार AAP को 5-6 सीटें मिलने की संभावना है. भाजपा को पिछले चुनाव में 1 सीट मिली थी, जबकि इस बार भी 1-2 सीटें मिलने की संभावना है.
मुख्यमंत्री के तौर पर माझा के लोगों की पहली पसंद मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी हैं. उन्हें 35 फीसद लोग फिर से मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं. भगवंत मान को 25 फीसद और प्रकाश सिंह बादल को 21 फीसद लोग मुख्यमंत्री के तौर पर देखते हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह को 5 फीसद और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 10 फीसद लोग मुख्यमंत्री के तौर पर देख रहे हैं.
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें देश की और अन्य ताजा-तरीन खबरें