
Congress MP मनीष तिवारी बोले, कल जो हुआ वह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण था, PM`s Security breech की जांच हाईकोर्ट के जज करें
पंजाब से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, पीएम की जुड़ी सुरक्षा एक संवेदनशील मामला है और इसे राजनीतिक फुटबॉल में नहीं बदलना चाहिए. सही तथ्यों को स्थापित करने के लिए हाईकोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश द्वारा घटनाओं के पूरे क्रम की जांच की जानी चाहिए

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री (PM Modi) की सुरक्षा में प्रोटोकॉल के उल्लंघन (PMO‘s security) के मुद्दे पर पंजाब कांग्रेस में आंतरिक कलह खुलकर सामने दिखाई दे रही है. पंजाब से कांग्रेस सांसद (Congress MP) मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने इस घटना को सबसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है और कहा है कि मामले की जांच हाईकोर्ट के एक मौजूदा न्यायाधीश द्वारा की जानी चाहिए. कांग्रेस सांसद तिवारी की यह प्रतिक्रिया घटना और कांग्रेसी ने सुनील जाखड़ की टिप्पणी के एक दिन बाद आई है, उन्होंने भी इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है, जबकि कांग्रेस आधिकारिक तौर पर पीएम के कार्यक्रम में अंतिम समय में बदलाव करने के लिए एसपीजी को दोषी ठहरा रही है.
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कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, “मैं कल पंजाब की यात्रा के रूप में @PMOINDIA के बारे में सामने आए विवाद को ध्यान से देख रहा हूं. मैं किसी के भी बयान पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता. कल जो हुआ वह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण था, ऐसा नहीं होना चाहिए था. @PMOINDIA सुरक्षा के रूप में संसद के एक अधिनियम (2019 में संशोधित एसपीजी अधिनियम 1988) द्वारा शासित है.”
“@PMOINDIA से जुड़ी सुरक्षा एक संवेदनशील मामला है और इसे राजनीतिक फुटबॉल में नहीं बदलना चाहिए. सही तथ्यों को स्थापित करने के लिए हाईकोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश द्वारा घटनाओं के पूरे क्रम की जांच की जानी चाहिए.”
इसी तरह कल बुधवार को पंजाब के कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने भी कहा था, “आज जो हुआ वह स्वीकार्य नहीं है. यह पंजाब के खिलाफ है. भारत के प्रधानमंत्री के लिए फिरोजपुर में भाजपा की राजनीतिक रैली को संबोधित करने के लिए एक सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित किया जाना चाहिए था. इस तरह लोकतंत्र काम करता है.”
पंजाब सरकार ने गुरुवार को खामियों की गहन जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने की घोषणा की. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि समिति में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मेहताब सिंह गिल और प्रमुख सचिव (गृह मामलों) अनुराग वर्मा शामिल होंगे. कमेटी तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देगी.
वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी ने मीडिया को बताया, “हमें बताया गया था कि प्रधानमंत्री बठिंडा से फिरोजपुर के लिए हेलीकॉप्टर से उड़ान भरेंगे. लेकिन अचानक, उन्होंने सड़क मार्ग से जाने का फैसला किया. अगर पीएम मोदी की यात्रा के दौरान कोई सुरक्षा चूक हुई, तो हम मामले की जांच के लिए तैयार हैं.”
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