
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में दबंगों का अजीब फरमान, परिवार का हुक्का-पानी किया बंद, ख़बर लगते ही पहुंचा प्रशासन
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में गांव के दबंगों ने एक परिवार का बहिष्कार कर दिया. जिसके बाद उनकी मूलभूत सुविधाओं पर भी रोक लगा दी गई. जैसे ही प्रशासन को यह ख़बर लगी तो तुरंत गांव में पहुंचकर स्थिति को सामान्य किया गया.

देश भले 21वीं सदी में पहुंच गया हो लेकिन राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में अब भी लोगों की सोच में बदलाव नहीं आया है. यहां आलोद गांव के दबंगों ने फरमान जारी कर एक खास समुदाय से बातचीत करने या संपर्क रखने के लिए मना किया है. ऐसा नहीं करने वाले पर 51 हजार रुपये जुर्माना करने का भी ऐलान किया गया है. मामला जिले आलोद गांव का है.
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जानकारी के मुताबिक यहां के दबंगों ने मेघवाल परिवार का हुक्का-पानी बंद करने का ऐलान किया है. मेघवाल परिवार का गुनाह इतना है कि उन्होंने गांव में घोड़ी पर बैठकर बिंदोरी निकाली थी. मालूम हो कि 19-20 अप्रैल को भैरूलाल मेघवाल का विवाह था. 19 अप्रैल को भैरूलाल ने घोड़ी पर बैठकर पूरे गांव में बिंदोली निकाली, जो कि गांव के कुछ दबंगों को रास नहीं आई.
इस मामले में बीती रात को गांव के मेघवाल समाज को छोड़कर एक बैठक आयोजित की गई. जिसमें मेघवाल समाज से हुक्का-पानी का लेन-देन बंद करने का ऐलान किया गया. वहीं, ये फैसला नहीं मानने वाले लोगों पर 51 हजार रुपये का जुर्माना करने का ऐलान किया गया है. गांव वालों के इस फैसले से चाय पानी की दुकान में, किराना स्टोर एवं क्लीनिक पर मेघवाल समाज की सेवाएं बंद कर दी गई हैं. जिससे मूलभूत सुविधाएं परिवार को मिलना बंद हो गई हैं.
छोटे बच्चे से लगाकर बूढ़े व्यक्ति तक उनको यह सुविधा से वंचित रहना पड़ा है. वहीं, दबंगों के तानाशाही फरमान की यह खबर आग की तरह फैल गई है. आनन-फानन में प्रशासनिक अधिकारी आलोद गांव पहुंचे और पुनः व्यवस्था बहाल करवाई.
उपखंड अधिकारी डूंगला थानाधिकारी डूंगला पुलिस पुलिस उपअधीक्षक बड़ी सादड़ी पटवारी आदि प्रशासनिक अधिकारी रविवार को आलोद पहुंचकर जानकारी प्राप्त की. राशन की दुकान एवं जरूरी प्राथमिक सेवाएं पुनः बहाल करवाई. इस दौरान भीम सेना प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश कुमार मेघवाल उदयपुर, राजस्थान मेघवाल परिषद के पूर्व जिला अध्यक्ष शंकरलाल मेघवाल बिलड़ी, पूर्व महासचिव शंकरलाल पिराणा, दल्ली चंद मेघवाल, भेरूलाल निरंकारी, उदय लाल मेघवाल, कैलाश चंद्र मेघवाल, मुकेश चंद्र सालवी, दिलखुश मेघवाल, राम नारायण मेघवाल, सत्य प्रकाश, जगदीश, पीरु मेघवाल ने प्रशासन को ज्ञापन जारी किया.
(इनपुट- शंकर मेघवाल)
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