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IIT मुंबई से डिग्री लेकर भी नहीं की नौकरी, अब गजब तकनीक से हवा में सब्जी उगा रहे अमित और अभय

अपनी गजब तकनीक से श्रीगंगानगर के अमित कुमार और रावतभाटा के अभय सिंह हर रोज पांच क्विंटल सब्जियां उगा रहे हैं और करीब 400 घरों में सब्जियां पहुंचा रहे हैं. इसकी शुरूआत कोटा से की गई है.

Published: April 27, 2022 3:42 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by Ikramuddin Saifi

vegetables

आपने फसलों को जमीन में लगे हुए देखा होगा, लेकिन दो आईआईटीयन ने अनूठा स्टार्टअप कर हवा में ही सब्जियों को उगाना शुरू कर दिया है. इन्होंने आधुनिक तकनीक विकसित कर बिना मिट्टी और बिना पेस्टीसाइड्स से हरी व ताजा सब्जियों की खेती को संभव कर दिखाया है. ये ही नहीं इसमें अपेक्षाकृत 80 प्रतिशत पानी की बचत भी की गई है.

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यह प्रतिदिन पांच क्विंटल सब्जियां उगा रहे हैं और करीब 400 घरों में सब्जियां पहुंचा रहे हैं. इसकी शुरूआत कोटा से की गई है. किसान परिवार से जुड़े श्रीगंगानगर के अमित कुमार और रावतभाटा के अभय सिंह आईआईटी, मुंबई से बीटेक ग्रेजुएट हैं.

दोनों रोबोटिक पर रिसर्च करते हुए दोस्त बन गए. उन्होंने जॉब छोडकर 2018 में कोटा से अपना स्टार्टअप ईकी फूड्स प्रारंभ किया. फाउंडर अमित और अभय ने बताया कि पहले चरण में उन्होंने कोटा में नांता, रंगपुर, तालेड़ा, भीलवाडा और पानीपत में कृषि फार्म पर ग्रोइंग चेम्बर्स बनाकर केमिकल या पेस्टिसाइड अवशेष मुक्त सब्जियों की पैदावार प्रारंभ की है.

इस तकनीक में उन्होंने सौर उर्जा व न्यूट्रिशनल वॉटर का उपयोग कर पानी व बिजली की खपत को कम कर दिया है. इन खेतों पर वे रोजाना 500 किलो सब्जियां पैदा करके रिटेल स्टोर पर भेज रहे हैं. जल्द ही वे दिल्ली एवं अन्य राज्यों में भी ईकी फूड्स के फार्म शुरू करेंगे.

बता दें कि दोनों आईआईटीयन जॉब छोड़कर कुछ ऐसा प्रोजेक्ट करने की मन में ललक लिए दोनों ही प्रयास करते रहे और आखिर सफलता हाथ लगी. दोनों ने 6 माह भारत के काफी राज्यों के कई गांवों में किसानों से मिलकर जैविक खेती को समझा लेकिन जैविक पैदावार कम और महंगी होने से यह दूरगामी नहीं लगा. कुछ किसान हाइड्रोपोनिक तकनीक से खेती करते हुए महंगी विदेशी सब्जियां उगा रहे हैं जो आम जनता के लिए नहीं है.

अभय सिंह और अमित ने मिलकर घर की छत पर ग्रोइंग चेम्बर्स में पालक, भिंडी, टमाटर, लौकी जैसी सब्जियां उगाईं. उन्हें कोटा के मार्केट में बेचा और सफलता प्राप्त की. अगले साल दोनों ने स्टार्टअप इकी फूड्स की शुरूआत कर दी. उन्होंने कोटा में एक चौथाई एकड़ जमीन ली. जहां एक पॉलीहाउस तैयार किया और उसमें ग्रोइंग चैम्बर्स लगा दिए. नई तकनीक के मिश्रण से खेती का उन्हें फायदा हुआ.

एक साल में ही कम खेती की लागत में प्रॉडक्शन बढ़ गया. अभी वे करीब 400 घरों में अपने प्रोडक्ट पहुंचा रहे हैं. उन्होंने कई सब्जी विक्रेताओं और रिटेलर्स को भी जोड़ा है. उनकी टीम में 60 से भी ज्यादा सदस्य हैं. अभय कहते हैं कि यह टिकाऊ खेती की ओर शुरूआत है. जल्द ही हम अन्य राज्यों के मार्केट में ताजा सब्जियां भेजेंगे, जिनमें कोई केमिकल या पेस्टिसाइड का अवशेष नहीं होगा. कुछ निवेशकों ने भी इस अनूठे स्टार्टअप में रूचि दिखाई है.

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