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राजस्थान के बाड़मेर जिले में बारिश नहीं होने के कारण पशु-पक्षी बेहाल हैं.चारे-पानी के अभाव में लगातार ग्रामीण इलाकों में गोवंश दम तोड़ रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार, कई गौशालाओं मे भी चारे का संकट खड़ा हो गया है. इसकी वजह से पशुओं के चारे के दाम चार गुना तक बढ़ गए हैं. गौशाला संचालक लगातार बाड़मेर जिले के भामाशाह से गोवंश के लिए चारा उपलब्ध करवाने की मांग कर रहे हैं.
बाड़मेर जिले के पाबूजी राठौड़ गौशाला में 1600 गोवंश है लेकिन गौशाला के पास उनको खिलाने के लिए चारा नहीं है. गौशाला के संचालक का कहना है कि पिछले साल से इस साल चारा 4 गुना महंगा हो गया है. इस गौशाला की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय होने के कारण अब गोवंश पर संकट आ गया है. राजस्थान सरकार ने गौशालाओं को 9 महीने अनुदान देने की घोषणा तो की है लेकिन अभी तक कोई राशि नहीं मिलने के कारण गौशाला का संचालन करने में बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने भामाशाह से भी अपील की है कि एक बार वह गौशाला आकर गोवंश की स्थिति को अवश्य देखें.
बता दें कि पाबूजी राठौड़ गौशाला में 1200 नंदी,200 बछड़े,400 अन्य गौवंश है. इसके साथ ही गौशाला में सड़क दुर्घटना में घायल होने वाली वह विभिन्न बीमारियों से ग्रसित गोवंश के लिए अस्पताल का भी संचालन किया जा रहा है. लेकिन अब इस भीषण गर्मी व अकाल के हालात में गोवंश पर संकट खड़ा हो गया है.
इनपुट- (भूपेश आचार्य)
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