खेल मंत्री चांदना के इस्तीफे की पेशकश पर अशोक गहलोत ने कहा- गंभीरता से न लें, टेंशन में दिया बयान

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खेल मंत्री अशोक चांदना के इस्तीफे को लेकर बयान दिया है.

Published: May 27, 2022 10:51 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by Zeeshan Akhtar

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Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot (File photo)

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खेल मंत्री अशोक चांदना के इस्तीफे को लेकर कहा कि हो सकता है कि उन्होंने दबाव में इस्तीफा दिया हो. गहलोत ने कहा कि राजस्थान में खेलों को लेकर बड़ा आयोजन होने जा रहा है और लगता है कि ज्यादा काम की वजह से चांदना दबाव में आ गए हैं. गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “चांदना के पास ग्रामीण ओलंपिक के आयोजन का प्रभार है. यह एक बहुत बड़ा काम है. वह तनाव में हो सकते हैं. अगर किसी ने कोई टिप्पणी की है, तो उसे बहुत गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए. उनसे बात करेंगे और देखेंगे. मुझे अभी पता नहीं, मैंने (इस बारे में) उनसे बात तक नहीं की है. मैं देख रहा हूं कि वह दबाव में काम कर रहे हैं. उनके ऊपर इतनी बड़ी जिम्मेदारी आ गई है.”

गहलोत पंडित नेहरू की पुण्यतिथि पर राम निवास बाग में श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे. गहलोत ने कहा, “अशोक चंदना ने पिछली बार राज्य स्तर पर एक बड़ा खेल आयोजन किया था. इसी तरह, ग्रामीण ओलंपिक एक और बड़ा आयोजन होने जा रहा है. भारत में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर ग्रामीण ओलंपिक का आयोजन होने जा रहा है. इसमें गांवों से 30 लाख से अधिक लोग भाग लेंगे.” इससे पहले चांदना ने अपने एक ट्वीट के माध्यम सीएम को अपना इस्तीफा देने की पेशकश की थी.

अशोक चांदना ने अपने ट्वीट में लिखा था, “मुख्यमंत्री जी मेरा आपसे व्यक्तिगत अनुरोध है कि मुझे इस जलालत भरे मंत्री पद से मुक्त कर मेरे सभी विभागों का चार्ज कुलदीप रांका को दे दिया जाए, क्योंकि वैसे भी सभी विभाग उनके द्वारा ही चलाए जाते हैं.” चांदना ने नाराजगी जताते हुए कहा कि ऐसे में उनका मंत्री के रूप में बने रहने का कोई मतलब नहीं है. प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी आध्यात्मिक गुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम ने चांदना के ट्वीट पर गहलोत पर निशाना साधा. उन्होंने कहा गलती इंजन में है और आप कोच बदलने की बात कर रहे हैं.

इस बीच, सूत्रों ने दावा किया कि गहलोत ने चांदना के इस्तीफे की पेशकश को गंभीरता से नहीं लिया है और इसे क्षति नियंत्रण (डैमेज कंट्रोल) के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. सूत्रों ने बताया कि गहलोत ने इसे मामूली मामला बताकर इसे कमतर आंका है. इस बीच बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, “जहाज डूबने वाला है, 2023 के रुझान शुरू हो गए हैं.” राजस्थान में दिसंबर 2023 में विधानसभा चुनाव होंगे.

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