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जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) के दौसा (Dausa) के लालसोट कस्बे में स्त्री रोग विशेषज्ञ महिला डॉक्टर (gynecologist ) सुसाइड केस (suicide Case) में पुलिस ने आज गुरुवार को बीजेपी के प्रदेश सचिव (BJP leader) जितेंद्र गोठवाल (Jitender Gothwal) समेत दो लोगों को रंगदारी और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया. बीजेपी नेता गोठवाल ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज करते हुए ट्वीट किया, ”गहलोत सरकार अपनी गलती व नाकामी छुपाने के लिए मुझ बेगुनाह को षड्यंत्र पूर्वक फंसा रही है.
गोठवाल ने आज गुरुवार को सुबह ट्वीट किया, ”कल आधी रात को मुझे गिरफ्तार करने जयपुर आवास पर पहुंची पुलिस… लालसोट की डॉ. अर्चना शर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने का दर्ज किया गया झूठा मामला… आईपीसी की धारा 306.. लगाई.”
Police fabricated case against me at the behest of Ashok Gehlot govt just because I sent a rail ticket to Priyanka Gandhi (to visit state to see crime situation). Case was already filed under murder charges. They don’t have video evidence against me: BJP leader Jitender Gothwal https://t.co/pf9Jn0w1zh pic.twitter.com/IoeONlQ2Jt
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) March 31, 2022
बीजेपी के प्रदेश सचिव जितेंद्र गोठवाल ने आरोप लगाया कि ”राज्य सरकार कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी को ट्रेन का टिकट भिजवाने का बदला ले रही है.” बता दें कि कि गोठवाल ने रविवार को प्रियंका गांधी वाद्रा के नाम से दिल्ली से जयपुर के लिए ट्रेन का टिकट बुक कराते हुए उनसे जयपुर आने का न्योता दिया ताकि वे यहां महिला अत्याचारों को देख सकें.
पुलिस के अनुसार इस मामले में बीजेपी नेता गोठवाल के साथ गिरफ्तार अन्य लोगों में राम मनोहर भी शामिल हैं. दोनों पर आईपीसी की धारा 384, 388 और 306 (जबरन वसूली और आत्महत्या के लिए उकसाने) के तहत मामला दर्ज किया गया था.
बता दें कि राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट कस्बे में एक निजी अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ अर्चना शर्मा ने मंगलवार को कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उनके खिलाफ सोमवार को उसके निजी अस्पताल में एक गर्भवती की मौत के बाद इलाज में लापरवाही का मामला दर्ज किया गया था. उस अस्पताल के प्रबंध निदेशक और पीड़ित चिकित्सक के पति डॉ. सुनीत उपाध्याय ने एक वीडियो बयान में कहा कि उनकी पत्नी डॉ. अर्चना शर्मा ने मंगलवार सुबह, अपने खिलाफ हत्या के मामले की खबर पढ़ी औ इसकी वजह से परेशान और जेल जाने को लेकर डरी हुई थीं.
गर्भवती महिला की मौत के मामले में इस चिकित्सक दंपत्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया था. गर्भवती महिला की मौत के बाद सोमवार को अस्पताल के बाहर धरने में गोठवाल भी मौजूद थे और डॉ. उपाध्याय ने भी उन पर मामले में शामिल होने का आरोप लगाया.
इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर राज्य के निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम्स आज दूसरे दिन भी बंद रहे. हालांकि, आपातकालीन सेवाओं को इससे अलग रखा गया है.
वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मामले पर संज्ञान लेते हुए बुधवार को दौसा के पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार को हटा दिया, जबकि लालसोट के थानाधिकारी अंकेश कुमार को निलंबित किया गया है. लालसोट के क्षेत्राधिकारी शंकर लाल को भी वहां से हटा दिया गया है. मामले की प्रशासनिक जांच जयपुर संभागीय आयुक्त दिनेश कुमार यादव को सौंपी गई है. (इनपुट: भाषा)
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