
राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में 1500 पेट्रोल पंप बंद, भाजपा का दावा- तेल माफियाओं की वजह से हुआ ऐसा
भाजपा ने दावा किया कि राज्य के 17 सीमावर्ती जिलों में लगभग 1,500 पेट्रोल पंप बंद कर दिए गए हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि महंगे ईंधन लागत ने पड़ोसी राज्यों से ऑटो ईंधन की तस्करी बढ़ा दी है.

भाजपा की राजस्थान इकाई के प्रमुख सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क घटाए जाने के बावजूद पेट्रोल और डीजल पर वैट कम नहीं करने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि राज्य के 17 सीमावर्ती जिलों में लगभग 1,500 पेट्रोल पंप बंद कर दिए गए हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि महंगे ईंधन लागत ने पड़ोसी राज्यों से ऑटो ईंधन की तस्करी बढ़ा दी है.
Also Read:
- सचिन पायलट की ऊंची उड़ान : बोले - अब समझ आया CM अशोक गहलोत ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की
- सचिन पायलट बोले, फास्ट किए दो हफ्ते हो गए, अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई, मैं BJP के भ्रष्टाचार पर एक्शन की मांग पर अडिग हूं
- भरतपुर में माली समाज के लोगों ने आरक्षण की मांग को लेकर जयपुर-आगरा नेशनल हाइवे को किया जाम, इंटरनेट 24 घंटे के लिए बंद
कांग्रेस शासित राज्यों में सबसे ज्यादा है दाम
सतीश पूनिया ने बीते बुधवार को कहा कि राजस्थान समेत कांग्रेस शासित सभी राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर वैट की दर देश में सबसे ज्यादा है, जिससे आम आदमी ऊंची दरों पर ऑटो ईंधन खरीदने को मजबूर है.
पूनिया ने कहा कि राजस्थान के आसपास के अन्य राज्यों के कई जिलों में वैट रेगिस्तानी राज्य की तुलना में बहुत कम है, जिसके कारण तेल माफिया दूसरे राज्यों से पेट्रोल और डीजल लाकर राजस्थान में बेच रहे हैं. इससे राज्य सरकार को राजस्व का भी नुकसान हो रहा है. साथ ही, आम आदमी महंगाई के बोझ का सामना कर रहा है.
हालांकि, कर्नाटक, गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा आदि राज्यों में डीजल/पेट्रोल पर वैट में कमी से वहां के लोगों को राहत मिली है.
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें देश की और अन्य ताजा-तरीन खबरें