
Digambar Kamat: एक रियल स्टेट डेवलपर से कैसे बने गोवा के मुख्यमंत्री?
Digambar Kamat:गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत एक रियल स्टेट डेवलपर रह चुके हैं. 2017 के विधानसभा चुनावों के बाद, दिगंबर कामत 40 सदस्यीय सदन में विपक्ष के नेता रहे हैं. दिगंबर कामत एक दशक से अधिक समय तक राज्य के माइनिंग मिनिस्टर रहे.

Digambar Kamat | Ex Goa Chief Minister: दिगंबर कामत (Digambar Kamat) का जन्म 8 मार्च 1954 को गोवा में हुआ. दिगंबर कामत (Digambar Kamat) मडगांव विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. 2017 की भाजपा (BJP) का लहर में भी वे मडगांव से चुनाव जीतने में कामयाब रहे. 1994 से विधायक, कामत के राजनीतिक जीवन का प्रमुख हिस्सा भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ बीता है. 2007 में मुख्यमंत्री के रूप में राज्य की बागडोर संभालने से पहले, दिगंबर कामत गोवा के मुख्यमंत्री रहे प्रताप सिंह राणे के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में बिजली, खान, कला और संस्कृति मंत्री थे. 1994 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा (BJP) में शामिल हो गए. बताया जाता है कि दिगंबर कामत की पहचान के एक चतुर राजनेता तौर पर है. 2005 में मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के पतन की इंजीनियरिंग में कामत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसका मकसद था केवल कांग्रेस पार्टी में वापस जाना.
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दिगंबर काम एक रियल एस्टेट डेवलपर रहे हैं. इनकी पहचान एक कुशल प्रशासक की रही है. कामत लगातार तीन बार राज्य के बिजली मंत्री रह चुके हैं. बिजली विभाग के अलावा, शहरी विकास और माइनिंग, और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभागों का भी नेतृत्व किए हैं.
बताया जाता है कि 2007 के चुनावों के बाद, तत्कालीन राज्य कांग्रेस प्रमुख रवि नाइक और निवर्तमान मुख्यमंत्री राणे के बीच वर्चस्व की लड़ाई शुरू हुई, तो उसका फायदा दिगंबर कामत को मिल गया और एक समझौते के तहत कामत का नाम राज्य के मुख्यमंत्री के विकल्प के तौर पर उभरा.
फरवरी 2014 में, कामत को 35,000 करोड़ रुपये के अवैध खनन मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) ने तलब किया और लगभग 90 मिनट तक पूछताछ की. इसके लिए भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने खनन मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
दिगंबर कामत एक दशक से अधिक समय तक राज्य के माइनिंग मिनिस्टर रहे. 2007 से 2012 तक तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे कामत पर जस्टिस एमबी शाह आयोग ने कथित तौर पर 35,000 करोड़ रुपये के खनन घोटाले की निगरानी करने का आरोप लगाया है, जिसमें नौकरशाह और खनन मैग्नेट भी जुड़े हुए हैं.
कामत पर राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान अवैध खनन घोटाले में सरकारी खजाने की 35,000 करोड़ रुपये की लूट में शामिल होने का आरोप लगाया गया था.
2017 के विधानसभा चुनावों के बाद, दिगंबर कामत 40 सदस्यीय सदन में विपक्ष के नेता रहे हैं.
राजनीतिक कैरियर:
1994 से विधायक
1994 – कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए
2005 – भाजपा छोड़ी, कांग्रेस में फिर से शामिल हुए
2007 से 2012 – गोवा के मुख्यमंत्री
2019 अब तक – नेता प्रतिपक्ष
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