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टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 5 मैचों की टी20 सीरीज की शुरुआत से पहले एक बार फिर बीते साल यूएई में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप की कड़वी यादों को याद किया. रोहित से यहां सवाल पूछा गया था कि टीम इंडिया उस टूर्नामेंट में रूढ़िवादी रवैए से खेली थी, जहां वह शुरुआत में ही विकेट बचाकर खेलना चाहती थी, जिससे टीम को नुकसान हुआ. लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने इससे साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि टी20 वर्ल्ड कप में हम मनमुताबिक रिजल्ट हासिल नहीं कर पाए लेकिन इसका यह मतलब कतई नहीं है कि हमने खराब क्रिकेट खेली.
रोहित ने यह जरूर माना कि नए रवैये से खिलाड़ियों को अधिक स्वतंत्रता मिली है, जिससे कि विश्वकप के निराशाजनक अभियान के बाद टीम को सफलताएं मिली. उन्होंने कहा कि यदि हम विश्व कप में एक या दो मैच हारते हैं इसका मतलब यह नहीं कि हमने मौकों का फायदा नहीं उठाया.’
उन्होंने कहा, ‘अगर आप विश्व कप से पहले हमारे प्रदर्शन को देखें तो हमने लगभग 80 प्रतिशत मैच जीते. अगर हमने रूढ़िवादी तरीका अपनाया तो फिर हम इतने मैच कैसे जीत सकते थे. यह सही है कि हम विश्वकप में हार गए थे, लेकिन ऐसा होता है. इसका मतलब यह नहीं है कि हम खुलकर नहीं खेल रहे थे.’
💬 💬 Here's what captain @ImRo45 said as #TeamIndia gear up for the #WIvIND T20I series. 👍 👍 pic.twitter.com/eVZeUpNe4Y
— BCCI (@BCCI) July 29, 2022
रोहित ने कहा, ‘बाद में हमने कोई बदलाव नहीं किया. हम पहले की तरह ही खेल रहे थे लेकिन खिलाड़ियों को अपना नैसर्गिक खेल खेलने के लिए अधिक छूट दी गई थी. खुलकर खेलो और किसी तरह का बेवजह दबाव मत लो. यदि आप खुलकर खेलते हैं तो प्रदर्शन में वह दिखेगा.’
रोहित ने कहा कि भारतीय टीम और उसके प्रशंसकों को इस तरह के बदलावों के साथ आगे बढ़ना होगा. उन्होंने कहा, ‘हम अभी जिस तरह की क्रिकेट खेल रहे हैं उसमें कभी कभार असफलताएं मिलना लाजमी है लेकिन इसमें कोई परेशानी नहीं क्योंकि हम कुछ सीख रहे हैं और कुछ अलग करने की कोशिश कर रहे हैं.’
35 वर्षीय रोहित ने कहा, ‘इसलिए इसमें गलतियों की थोड़ी गुंजाइश है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हमारे खिलाड़ी खराब खेल रहे हैं. इसका मतलब है कि हम कुछ नया करने की कोशिश कर रहे हैं. समय के साथ हर किसी को बदलना पड़ता है और हम बदलाव कर रहे हैं और मुझे लगता है कि बाहर बैठे लोगों को भी अपनी सोच में बदलाव लाने की जरूरत है.’
(इनपुट: भाषा)
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