
IND vs SA- कप्तानी किसी का जन्मसिद्ध अधिकार नहीं, अब रन बनाने की ओर देखें Virat Kohli: Gautam Gambhir
पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज गौतम गंभीर ने कहा कि कप्तानी किसी का जन्मसिद्ध अधिकार नहीं है और वैसे भी खिलाड़ी भारत के लिए खेलने का सपना देखते हैं कप्तानी का नहीं.

बुधवार से साउथ अफ्रीका के खिलाफ (IND vs SA ODI Series) शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज में लंबे अर्से के बाद विराट कोहली बतौर खिलाड़ी खेलते नजर आएंगे. विराट को वनडे फॉर्मेट से कप्तानी से हटाने के बाद यह पहला मौका है, जब भारत को वनडे क्रिकेट में हिस्सा लेना है. इससे पहले 33 वर्षीय कोहली ने टेस्ट टीम से भी कप्तानी छोड़ने का ऐलान कर दिया. इस बीच भारत के पूर्व ओपनिंग बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने बताया है कि अब विराट किस चीज पर फोकस बना रहे होंगे.
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गौतम गंभीर क्रिकेट प्रसारक चैनल स्टार स्पोर्ट्स के खास शो गेम प्लान में चर्चा कर रहे थे. उन्होंने इस कार्यक्रम में कहा कि अब विराट को एक बार फिर अपनी बैटिंग पर फोकस जमाना चाहिए और रनों बनाने की ओर देखना चाहिए.
दरअसल गंभीर से यहां सवाल पूछा गया था कि अब कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली में मैदान पर क्या बदलाव देखने को मिलेगा. इसके जवाब में 40 वर्षीय गंभीर ने कहा, ‘अब आप विराट में और क्या बदलाव देखना चाहते हैं? कप्तानी किसी का जन्मसिद्ध अधिकार नहीं है. एमएस धोनी (MS Dhoni) जैसे लोगों ने भी कप्तानी की मशाल विराट कोहली को दी थी और वह सालों तक उनके अंडर खेले. वह तीन-तीन आईसीसी ट्रॉफी और 3 आीपीएल खिताब जीत चुके हैं.’
उन्होंने कहा, ‘अब विराट कोहली (Virat Kohli) के लिए अब सबसे ज्यादा जरूरी है कि वह रन बनाने की ओर देखें. जब आप भारत के लिए खेलने के सपने देखते हैं, तब आप यह नहीं सोचते कि उसके कप्तान भी बनें. आपने भारत के लिए खेलने और उसे जीताने के सपने देखे हैं और इसमें से कुछ नहीं बदला है. जो बदला है वह यह है कि अब आप मैच से पहले टॉस के लिए मैदान पर नहीं जाएंगे और फील्डिंग की सजावट नहीं करेंगे. लेकिन आपकी ऊर्जा और तीव्रता पहले की तहर समान रहनी चाहिए क्योंकि अपने देश के लिए खेलना बहुत बड़ा सम्मान की बात है.’
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