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IND vs ENG 1971: भारत को ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ साल 1971 में पहली जीत मिली. ये जीत बेहद ऐतिहासिक थी. इसी के साथ इस मुकाबले से एक रोचक किस्सा भी जुड़ा है, जिसे खुद पूर्व क्रिकेटर फारुख इंजीनियर (Farokh Engineer) ने साझा किया है. फारुख इंजीनियर ने बताया कि उस मैच में भारतीय फैंस चेसिंगटन चिड़ियाघर से एक हाथी उधार लेकर मैदान पर आए थे. इन फैंस का मानना था कि वह हाथी भारतीय टीम के लिए भाग्य लाएगा.
डेली मेल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हाथी को गणेश उत्सव के अवसर पर ओवल में लाया गया था. गणेश को बाधाओं को दूर करने के रूप में जाना जाता है, हाथी ने अजीत वाडेकर के तरफ देखा और बाधा को तोड़ दिया, उसके बाद 1932 में इंग्लैंड का दौरा ऐतिहासिक साबित हुआ.
इंजीनियर ने कहा कि ऐसा नहीं है कि वाडेकर खुद बहुत ज्यादा ध्यान दे रहे थे. “वह ड्रेसिंग रूम में सो रहा था.” “वहां हम देश के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण खेल जीत रहे थे, और वह सो रहा था! मुझे आश्चर्य है कि भीड़ ने उसे नहीं जगाया. लंदन में ऐसा कोई भारतीय नहीं था जो उस वक्त ओवल में मैजूद नहीं था.”
यह एक ऐसी सफलता थी, जिसने भारत के क्रिकेट के इतिहास को बदल दिया. उन्होंने कहा, “इंग्लैंड दौरे के लिए मुझे एक दिन में 1 पाउंड मिलता था, ओवल में जीतने के लिए मुझे पांच दिनों के लिए पांच पाउंड मिले थे.” “उस समय अमीर बनने के लिए शायद ही क्रिकेट खेला जाता था. जब मैं भारत में टेस्ट मैच खेलता था, मुझे एक दिन में 50 रुपये मिलते थे, जो 50 पैसे के बराबर है.”
“पैसे को भूल जाइए हालांकि, उस सीरीज ने भारतीय क्रिकेट के बदलाव में एक बड़ी भूमिका निभाई. अचानक उस दौरे पर सभी खिलाड़ी सुपरस्टार के रूप देखे जाने लगे. वे ‘राइम मिनिस्टर’ के घर पर थे .. वे सभी हीरो थे. यह ऐसा था जैसे उन्होंने अभी-अभी एवरेस्ट फतह किया हो.”
इंजीनियर ने कहा, “50 साल हो गए, फिर से हमें ओवल में खेलना है और सीरीज को देखते हुए, केवल एक चीज के बारे में आश्वस्त हूं. ‘वह हाथी’ वापस नहीं आएगा. उन्होंने हंसते हुए आगे कहा, अब वह विक्टोरिया लाइन पर फिट भी नहीं आएगी.”