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भारतीय टीम के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) को लगता है कि टीम मैनेजमेंट को वनडे क्रिकेट में रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) के स्थान पर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) को ट्राय करना चाहिए. हमारा फोकस अब रन बचाने पर ज्यादा हो गया है. टीम की कोशिश मध्यक्रम में अटैकिंग क्रिकेट खेलकर विकेट निकालने की होनी चाहिए. भज्जी का मानना है कि जरूरत पड़े तो टीम मैनेजमेंट वरुण चक्रवर्ती (Varun Chakravarthy) को भी इस फॉर्मेट में ला सकती है. साउथ अफ्रीका दौरे पर वनडे सीरीज के दौरान भारतीय टीम के लचर प्रदर्शन पर हरभजन सिंह ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा, “रविचंद्रन अश्विन और युजवेंद्र चहल ने ज्यादा मौके नहीं बनाए. दोनों गेंदबाजी के दौरान थोड़े रक्षात्मक दिखे. वो स्लिप में खिलाड़ी लगाकर साउथ अफ्रीका पर अटैक कर सकते थे.”
हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने कहा, “अश्विन चैंपियन गेंदबाज है. पूरे सम्मान के साथ मैं कहूंगा कि वनडे में हमें ऐसे गेंदबाज की तरफ देखना होगा जो गेंद को अंदर और बाहर करा सके. कुलदीप यादव इसमें अहम भूमिका निभा सकते हैं. हम मिडल ओवर के दौरान उस स्पार्क को मिस कर रहे थे. मिडल-आर्डर के दौरान गेंदबाज विकेट लेने के लिए गेंदबाजी करते नहीं दिखे. वो केवल इंतजार कर रहे थे कि चीजें अपने आप होंगी. जब कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल खेला करते थे तब वो हमेशा मिडल-ऑर्डर में विकेट निकालते थे और टीम इंडिया के लिए मैच जीतते थे. मुझे नहीं पता ये दोनों क्यों अलग हो गए और टी20 विश्व कप 2021 के बाद उन्हें क्यों मौका नहीं दिया गया.”
“यह वक्त है जब कुलदीप और चहल की जोड़ी को वापस लाया जाए. इसके अलावा हमें अन्य एक्स फैक्टर पर भी काम करना चाहिए क्योंकि मध्यक्रम में हमें रन रोकने की कोशिश करने के स्थान पर विकेट निकालने ही होंगे.”
भज्जी (Harbhajan Singh) ने वरुण चक्रवर्ती (Varun Chakravarthy) पर दांव खेलने की वकालत भी की. “हम वरुण चक्रवर्ती जैसे खिलाड़ी को भी ट्राय कर सकते हैं. उसने टी20 विश्व कप में कुछ मुकाबले खेले हैं. जिसके आधार पर हमने पाया कि वो उतना असरदार साबित नहीं हुआ है. हमारे सामने मार्वन अट्टापटू नाम सामने आता है, जिन्होंने अपने करियर के शुरुआती 10 मैचों में एक भी रन नहीं बनाया था. फिर वो साउथ अफ्रीका के सबसे सफल गेंदबाज बने. केवल दो-तीन मैचों के आधार पर वरुण को जज नहीं किया जा सकता.”
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