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Lata Mangeshkar Death: भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का 2 नवंबर को मुंबई में निधन हो गया. लता मंगेशकर कोरोना के साथ निमोनिया से जूझ रही थीं, जिसके चलते उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया था. रविवार सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली. देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित मशहूर गायिका लता मंगेशकर के निधन पर भारत सरकार ने देश में 2 दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है.
क्रिकेट को लेकर लता मंगेशकर की दीवानगी जगजाहिर है और विश्वकप 2011 में पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में भारतीय टीम की जीत के लिए उन्होने निर्जल व्रत रखा था. खुद लता मंगेशकर ने इस बारे में जानकारी दी थी.
लता मंगेशकर ने एक समय भाषा को दिये इंटरव्यू में कहा था ,‘‘मैंने पूरा मैच देखा और मैं काफी तनाव में थी. जब भारतीय टीम खेलती है तो मेरे घर में सभी का कुछ न कुछ टोटका होता है. मैंने, मीना और उषा ने सेमीफाइनल के दौरान कुछ खाया-पिया नहीं. मैं लगातार भारत की जीत के लिए प्रार्थना कर रही थी और भारत की जीत के बाद ही हमने अन्न-जल ग्रहण किया.’’
विश्व कप 1983 फाइनल को याद करते हुए उन्होंने कहा था, ‘‘मैं उस समय लंदन में ही थी और मैने कपिल देव और उनकी टीम को इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल से पहले डिनर के लिए बुलाया था. मैने उन्हें शुभकामनायें दी. खिताब जीतने के बाद कपिल देव ने मुझे डिनर के लिए बुलाया था. मैने जाकर टीम को बधाई दी.’’
सचिन तेंदुलकर को वह अपना बेटा मानती थी और वह भी उन्हें मां सरस्वती कहते थे.यह संयोग की है कि सरस्वती पूजा के अगले दिन ही भारत की सरस्वती का देवलोकगमन हुआ.
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