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खराब फॉर्म से जूझ रहे पूर्व टेस्ट कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) और सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को भारतीय टीम से बाहर करने के लिए आवाजें उठने लगी हैं. यही वजह है कि सालाना अनुबंध की ताजा श्रेणी में दोनों को नीचे धकेलने को लेकर चचाएं जोरों पर हैं. पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज सबा करीम (Saba Karim) का कहना है कि सालाना अनुबंध का सिस्टम पूरी तरह से प्रदर्शन पर आधारित है. जो अच्छा खेलेगा उसे प्रमोट किया जाएगा.मौजूदा वक्त में पुजारा और रहाणे बीसीसीआई की ए श्रेणी में आते हैं. उन्हें सालाना अनुबंध के रूप में सालाना पांच करोड़ रुपये की राशि दी जाती है.
सबा करीम (Saba Karim) ने इंडिया न्यूज से बातचीत के दौरान कहा, “कांट्रेक्ट सिस्टम बीसीसीआई (BCCI) की तरफ से दो काम करता है. अगर पिछले साल अच्छा प्रदर्शन करते हो तो प्रोत्साहन के लिए अपको ऊपरी श्रेणी में जगह दी जाती है. अगर चयनकर्ताओं को लगता है कि आपने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया तो निचली श्रेणी में भेज दिया जाता है. अगर हम इसी नियम पर चलते हैं तो साफ पता चलता है कि दोनों का प्रदर्शन पिछले साल अच्छा नहीं रहा है.”
उन्होंने कहा, “अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा से उम्मीदें गिरी हैं. यही वजह है कि हम उन्हें सालाना अनुबंध की निचली श्रेणी में भेजने पर विचार कर रहे हैं. मुझे लगता है कि अगर इन्हें सी श्रेणी में भेजा जाता है तो भी इनके लिए अच्छा ही है क्योंकि चयनकर्ता अभी भी उन्हें साइडलाइन नहीं कर रहे हैं. आने वाले सालों में वो अभी भी उनकी ओर देख रहे हैं.”
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