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भारतीय टीम को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) का आखिरी टेस्ट मैच के लिए ब्रिसबेन में खेलना है. यहां क्वींसलैंड का स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस (Coronavirus in Brisbane) की रोकथाम को लेकर कुछ ज्यादा ही सख्त है. क्वींसलैंड ने चौथे टेस्ट मैच के लिए बेहद कड़े क्वॉरंटीन नियम तय किए हैं, जिससे बीसीसीआई (BCCI) ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से इन नियमों में कुछ छूट देने को कहा है. पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने बीसीसीआई की इस मांगा का समर्थन किया है.
गावस्कर ने कहा, ‘बीसीसीआई’ चौथे टेस्ट से पहले क्वॉरंटीन के नियमों (quarantine rule in brisbane) में छूट देने की मांग कर सिर्फ ‘अपने खिलाड़ियों को सुरक्षित’ कर रहा है, जैसे क्वींसलैंड के स्वास्थ्य अधिकारी ब्रिस्बेन में कोविड-19 (Covid 19 in Australia) के ताजा मामलों को देखते हुए अपने लोगों को बचाने के लिए अधिकृत हैं.
बीसीसीआई पहले ही क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) को इन कड़े क्वॉरंटीन नियमों में छूट देने के लिए लिख चुका है. घरेलू बोर्ड ने मौखिक आश्वासन दिया है. हालांकि ब्रिस्बेन में 3 दिन के लॉकडाउन से 15 जनवरी से शुरू होने वाले मैच पर आशंका के बादल मंडरा रहे हैं.
गावस्कर ने ‘चैनल 7’ पर कॉमेंटरी के दौरान कहा, ‘क्वींसलैंड सरकार अपने लोगों को बचाने के लिए पूरी तरह अधिकृत है. इसी तरह से मेरा मानना है कि बीसीसीआई भी पूरी तरह से अपनी टीम को सुरक्षित करने के लिए अधिकृत है. मुझे लगता है कि हमें इस चीज को कभी भी नहीं भूलना चाहिए.’
71 वर्षीय गावस्कर ने कहा, ‘सिडनी में, लोग मैदान में आ रहे हैं और फिर वापस जाकर रेस्तरां में डिनर कर रहे हैं या फिर पब में 20 या 30 लोग इकट्ठे हो रहे हैं.’ ऐसे में टीम इंडिया की यह मांग करना गलत नहीं है. अगर खिलाड़ी 10 घंटे एक साथ मैदान पर बिताते हैं तो उन्हें कम से कम होटल में एक-दूसरे से मिलने की छूट दी जानी चाहिए.
इनपुट : भाषा
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