
भारत के खिलाफ सीरीज में X-फैक्टर साबित होंगे जोफ्रा आर्चर-बेन स्टोक्स: जॉस बटलर
भारत और इंग्लैंड के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत 5 फरवरी से चेन्नई टेस्ट के साथ होगी।

इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर (Jos Buttler) का कहना है कि भारत के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में ऑलराउंडर बेन स्टोक्स (Ben Stokes) और तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर (Jofra Archer) टीम के लिए एक्स-फैक्टर साबित होंगे।
Also Read:
शनिवार को आर्चर, स्टोक्स ने सलामी बल्लेबाज रोरी बर्न्स (Rory Burns) के साथ चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में पहले अभ्यास सेशन में हिस्सा लिया। टीम के बाकी खिलाड़ियों का दूसरा कोरोना टेस्ट निगेटिव आया है और पूरी टीम 2 फरवरी से एकसाथ अभ्यास करना शुरू कर देगी।
वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के दौरान बटलर ने कहा, “वो (आर्चर) निश्चित तौर पर एक्स-फैक्टर खिलाड़ी है। जोफ्रा का स्क्वाड में वापस आना अच्छा है। वो भारत के खिलाफ बड़ी सीरीज के लिए उत्साहित होगा।”
बटलर ने कहा, “मुझे लगता है कि हमारे पास कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जो गेंद के साथ कमाल का प्रदर्शन करते हैं। जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड हमारे सबसे अच्छे सीमर हैं। जोफ्रा एक बड़ा एक्स फैक्टर है। बेन स्टोक्स एक बहुत अच्छा एक्स फैक्टर है।”
बटलर ने किया ईसीबी की रोटेशन पॉलिसी का समर्थन
इस दौरान बटलर ने कोरोना महामारी और मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए खिलाड़ियों के वर्कलोड को मैनेज करने के लिए हर सीरीज में अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को ना उतारने की नीति का समर्थन किया। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने भारत के खिलाफ पहले दो टेस्ट में जॉनी बेयरस्टॉ को आराम दिया है, जिसे बटलर सही फैसला मानते हैं।
बटलर ने कहा, “आप हर समय सबसे मजबूत टीम लेकर उतरना चाहते हैं लेकिन वो इस समय संभव नहीं है। ये वाकई चुनौती है लेकिन दुनिया भर में लोग कठिन हालात से जूझ रहे हैं। महामारी में लोगों की दुनिया पलट गई। हम किस्मतवाले हैं कि क्रिकेट खेल पा रहे हैं। वो काम कर रहे हैं जिससे हमें प्यार है।”
उन्होंने कहा, “अपने परिवार से दूर रहना, क्वारेंटीन में रहना और होटलों में बंद रहना कठिन है। ईसीबी ने दूरदर्शिता का परिचय देते हुए रोटेशन नीति अपनाई है। कई बार झुंझलाहट भी होती है क्योंकि आप हमेशा अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को खेलते देखना चाहते हैं लेकिन बायो बबल में इतना लंबा समय बिता पाना संभव नहीं है।’’
आईपीएल से मिलेगी टी20 विश्व कप की तैयारी में मदद
उन्होंने कहा कि इस साल के आखिर में होने वाले टी20 विश्व कप को ध्यान में रखकर निजी तौर पर उनके लिए आईपीएल तैयारी का अच्छा मंच होगा। उन्होंने कहा कि मार्च में होने वाले पांच टी20 मैचों से भी टीम को फायदा मिलेगा।
उन्होंने कहा, “आईपीएल से पिचों को समझने में मदद मिलती है। इसके अलावा इसमें अधिकांश क्रिकेटर खेलते हैं तो उनके खिलाफ बल्लेबाजी और गेंदबाजी का अनुभव मिल जाता है। मसलन अगर आपने जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाज को पहले नहीं खेला हो तो दिक्कत हो सकती है क्योंकि उसका एक्शन काफी अलग है।”
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें की और अन्य ताजा-तरीन खबरें