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Subhash Bhowmick Death: नहीं रहे भारत के पूर्व फुटबॉलर Subhash Bhowmick, एशियाई खेलों में देश को दिलाया था 'ब्रॉन्ज'

एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीत चुके सुभाष भौमिक ने संन्यास के बाद कोचिंग में करियर आगे बढ़ाया. वह पहले मोहन बागान के साथ कोच के रूप में जुड़े और फिर ईस्ट बंगाल के सबसे सफल कोच बने.

Published: January 22, 2022 1:20 PM IST

By India.com Hindi Sports Desk | Edited by Rajender Gusain

Subhash Bhowmick Death: नहीं रहे भारत के पूर्व फुटबॉलर Subhash Bhowmick, एशियाई खेलों में देश को दिलाया था 'ब्रॉन्ज'
सुभाष भौमिक के मार्गदर्शन में ईस्ट बंगाल ने खिताब जीते हैं. (PC- Twitter)

Subhash Bhowmick Death: भारत के पूर्व फुटबॉलर सुभाष भौमिक (Subhash Bhowmick) का लंबी बीमारी के बाद 22 जनवरी को निधन हो गया. सुभाष मधुमेह समेत गुर्दे के रोग से पीड़ित थे. उन्होंने ने 72 साल की उम्र में कोलकाता के एक हॉस्पिटल में सुबह तीन बजकर 30 मिनट पर अंतिम सांस ली. पूर्व भारतीय मिडफील्डर भौमिक 1970 में एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली टीम के सदस्य थे.

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साढ़े तीन महीन से चल रहा था डायलिसिस

पारिवारिक सूत्रों ने कहा, ‘‘वह पिछले लगभग साढ़े तीन महीने से नियमित रूप से डायलिसिस से गुजर रहे थे. करीब 23 साल पहले उनकी बाईपास सर्जरी भी हुई थी. हाल में उन्हें छाती में संक्रमण के कारण इकबालपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.’’

सुभाष भौमिक ने संन्यास के बाद कोचिंग में करियर आगे बढ़ाया

भौमिक ने संन्यास लेने के बाद कोचिंग में अपना करियर आगे बढ़ाया. वह पहले मोहन बागान के साथ कोच के रूप में जुड़े और फिर ईस्ट बंगाल के सबसे सफल कोच बने. उनके कोच रहते हुए ईस्ट बंगाल ने 2003 में आसियान कप का खिताब जीता था.

ईस्ट बंगाल को बनाया चैंपियन

सुभाष भौमिक के मार्गदर्शन में ईस्ट बंगाल ने राष्ट्रीय लीग के खिताब जीते. इसके बाद वह जब तकनीकी निदेशक के रूप में चर्चिल ब्रदर्स से जुड़े तो उन्होंने यही सफलता इस टीम के साथ भी दोहरायी. उन्हें कोलकाता मैदान का ‘जोस मारिन्हो’ कहा जाता था.

‘ड्रिबलिंग’ के महारथी थे सुभाष भौमिक

भौमिक ने 19 साल की उम्र में राजस्थान क्लब से अपने करियर की शुरुआत की. इस राइट विंगर ने ‘ड्रिबलिंग’ ने अपने कौशल के कारण एक दशक तक राष्ट्रीय फुटबॉल में अपना दबदबा बनाए रखा. ईस्ट बंगाल में एक सत्र बिताने के बाद भौमिक मोहन बागान से जुड़ गये थे, जहां उन्होंने तीन साल बिताए. इसके बाद वह फिर से ईस्ट बंगाल से जुड़ गये थे.

भारत की तरफ से खेलते हुए भी उन्होंने कुछ विशेष उपलब्धियां हासिल की. वह एशियाई खेल 1970 में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे. उन्होंने एशियाई खेल 1974 में भी देश का प्रतिनिधित्व किया था. उन्होंने 1971 में मर्डेका कप में फिलीपीन्स के खिलाफ हैट्रिक बनायी थी. सुभाष भौमिक का करियर विवादों से भी घिरा रहा. साल 2005 में रिश्वत के मामले में दोषी पाए जाने के बाद उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था. (भाषा इनपुट के साथ)

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Published Date: January 22, 2022 1:20 PM IST