
India.com Hindi News Desk | January 7, 2020 7:00 PM IST
अवसाद और आत्महत्या के विरुद्ध वरिष्ठ पत्रकार दयाशंकर मिश्र (Dayashankar Mishra) की बहुत मशहूर हुई वेबसीरीज 'डियर जिंदगी- जीवन संवाद' (Dear Zindagi-Jeevan Samvad) किताब की शक्ल में आ गई.
डिप्रेशन की गांठ सुलझाकर आत्महत्या से
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2020-01-07T08:00:38+00:00
2020-01-07T08:10:50+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | March 5, 2019 8:51 AM IST
किसी से मिलते ही हम उसे ‘जैसा है’, उसकी जगह ‘जैसा चाहिए’ बनाने में लग जाते हैं. बदलने की जिद में हम खुद को भुलाने लगते हैं. जो जैसा है, उसे उसी भाव से ग्रहण करना, रिश्तों को तनाव से बचाने में ‘टॉनिक’ का काम करता है.
डियर जिंदगी: सबको बदलने की जिद!
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2019-03-04T21:51:20+00:00
2019-03-04T21:51:20+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | March 4, 2019 8:53 AM IST
हम छोटे होते हैं तो सुख को स्थगित नहीं करते. उसे जीते हैं. हम उसे नहीं कहते, ‘ओ ! सुख कल आना.’
डियर जिंदगी: ओ! सुख कल आना…
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2019-03-03T21:53:27+00:00
2019-03-03T21:53:27+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | March 1, 2019 10:06 AM IST
अतीत की गलियों में बहुत अधिक भटकने के कारण हम वर्तमान से दूर होते जा रहे हैं. वर्तमान से दूरी होने का अर्थ अतीत की घुटन और भविष्य से भटकाव है.
डियर जिंदगी: कड़वे पल को संभालना!
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2019-02-28T23:06:17+00:00
2019-02-28T23:06:29+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 28, 2019 10:49 AM IST
फैसला लेते समय डरिए मत, याद रखिए गलत निर्णय भी अनिर्णय से लाख गुना बेहतर है. इसमें कुछ न करने के अपराधबोध से हम पूरी जिंदगी आजाद रहते हैं.
डियर जिंदगी: यकीन रखें, यह भी गुजर जाएगा…
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2019-02-27T23:49:47+00:00
2019-02-27T23:50:16+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 27, 2019 10:45 AM IST
अपनों से मिलिए, संवाद कीजिए. ख्याल रखना और करना एक संक्रामक आदत है. जितना अधिक इसका उपयोग किया जाएगा, यह उतना ही असर दिखाएगी.
डियर जिंदगी: मित्रता की नई ‘महफिल’!
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2019-02-26T23:45:37+00:00
2019-02-26T23:46:03+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 26, 2019 12:31 PM IST
कुछ लोग जिनमें क्षमता है, अपनी बात कहने की. वह क्या कहते हैं! क्या वह कोई नई बात कहते दिखते हैं. कुछ ऐसा जो हमारी सड़ी-गली सोच-विचार की शैली को बदलने में मदद कर सके. सबकुछ वैसा, जैसा चला आ रहा है, उसे कौन बदलेगा. नए सवाल, सोच की बात
डियर जिंदगी: आदतों की गुलामी!
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2019-02-26T01:31:25+00:00
2019-02-26T01:31:46+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 25, 2019 11:30 AM IST
हम मनुष्य के सामाजिक प्राणी होने के मूल गुण से पहली बार इतनी दूर निकलते दिखाई दे रहे हैं. हर चीज को बस वर्चुअल दुनिया के पैमाने से देखा जा रहा है.
डियर जिंदगी: यह दीवार कैसे टूटेगी!
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2019-02-25T00:30:50+00:00
2019-02-25T00:31:42+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 22, 2019 9:00 AM IST
बच्चों के हृदय को जितना संभव हो स्नेह, प्रेम, आत्मीयता से भरा जाए. यही प्रेम मूल को ‘सूद’ के साथ लौटाकर लाएगा.
डियर जिंदगी: गंभीरता और स्नेह !
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2019-02-21T22:00:08+00:00
2019-02-21T22:00:08+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 21, 2019 9:33 AM IST
दर्द से उबरना भी एक उपचार है. अगर सही तरह से दुख से बाहर नहीं निकला जाए तो यह ताउम्र अमरबेल की तरह हमारी आत्मा पर सवार रहता है.
डियर जिंदगी: दर्द के सहयात्री!
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2019-02-20T22:33:55+00:00
2019-02-20T22:33:55+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 20, 2019 9:49 AM IST
अनुभव, जिंदगी का ऐसा तत्व है, जिस पर हमारा न्यूनतम नियंत्रण है. लेकिन इसके बाद भी हमने फैसलों की फ्रेंचाइजी उसे दी हुई है.
डियर जिंदगी: अनुभव की खाई में गिरे हौसले!
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2019-02-19T22:49:25+00:00
2019-02-19T22:49:25+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 19, 2019 9:40 AM IST
बच्चे जितने प्रेम, स्नेह से न सुनेंगे. उसे ग्रहण करेंगे, जीवन में संघर्ष की धूप का सामना भी उतनी ही आसानी से कर पाएंगे.
डियर जिंदगी: बच्चे को 'न' कहना!
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2019-02-18T22:40:30+00:00
2019-02-18T22:40:30+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 18, 2019 9:16 AM IST
हम अपने जीवन को सुखद, सरल, सरस बनाना चाहते हैं, तो प्रेम को अपना स्वभाव बनाना होगा. उसके दूसरों के नजरिए, स्वभाव के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता!
डियर जिंदगी: प्रेम दृष्टिकोण है…
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2019-02-17T22:16:05+00:00
2019-02-17T22:16:05+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 15, 2019 11:45 AM IST
बच्चों के पढ़ाई के लिए बाहर जाते ही माता-पिता में खालीपन देखा जा रहा है. जैसे किसी ने उनकी मुस्कान गिरवी रख दी हो कि खुश रहना मना है.
डियर जिंदगी: बच्चों के बिना घर!
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2019-02-15T00:45:18+00:00
2019-02-15T00:45:36+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 14, 2019 12:15 PM IST
जिंदगी के प्रति थोड़ी कंजूसी भी जरूरी है, जिससे इसे दूसरों से नफरत, असहमति के नाम पर खर्च होने से बचाया जा सके!
डियर जिंदगी: रास्ता बुनना!
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2019-02-14T01:15:28+00:00
2019-02-14T01:16:57+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 13, 2019 10:09 AM IST
हम अपनी बहुत ‘छोटी’ दुनिया के अनुभव को जब बहुत बड़ी धरती पर लागू करने की कोशिश करते हैं, तो इससे हमारा दृष्टिकोण बहुत बाधित होता जाता है.
डियर जिंदगी: ‘कड़वे’ की याद!
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2019-02-12T23:09:40+00:00
2019-02-12T23:09:40+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 12, 2019 8:48 AM IST
बच्चे बहुत तेज़ी से सीखते, समझते और नई चीज़ के लिए तैयार होते हैं. विडंबना यह है कि बड़े होते ही हम अपना ही सबसे अनमोल गुण बिसरा देते हैं.
डियर जिंदगी: अरे! कितने बदल गए...
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2019-02-11T21:48:14+00:00
2019-02-11T21:48:14+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 11, 2019 9:36 AM IST
संदेह, प्रेम की कमी से हम रिक्त, रूखे और कठोर होते जाते हैं. धीरे-धीरे यह हमारा स्थाई बनता जाता है. चित्त में जो भाव ठहर जाए, वह आसानी से नहीं बदलता.
डियर जिंदगी: सबकुछ ठीक होना!
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2019-02-10T22:36:03+00:00
2019-02-10T22:36:03+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 8, 2019 10:26 AM IST
हमने बेटियों की शिक्षा की ओर तो कदम बढ़ा दिया, लेकिन लड़के हमारे वैसे ही रह गए. उनका रवैया, नजरिया, सोच अभी भी सामंती है. पुरातन है. उसमें नई हवा के झोंके बहुत कम हैं!
डियर जिंदगी: दुख को संभालना!
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2019-02-07T23:26:30+00:00
2019-02-07T23:26:39+00:00
Dear Zindagi

Dayashankar Mishra | February 7, 2019 11:07 AM IST
जिंदगी चलती हुई 'पटरियों' पर चलने का नाम नहीं है. समय के साथ नई पटरियां बिछाने, उन पर चलने का हौसला भी करना जरूरी है!
डियर जिंदगी: अपने लिए जीना!
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2019-02-07T00:07:43+00:00
2019-02-07T00:08:54+00:00
Dear Zindagi