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Lonar Lake Maharashtra: इस बार आप महाराष्ट्र में स्थित खूबसूरत लोनार झील घूम सकते हैं. यह झील करीब 52 हजार साल पहले उल्कापिंड गिरने से बनी थी. अब इसे देखने के लिए दूर-दूर से सैलानी आते हैं. यह बेहद फेमस झील है. जो बुलढाणा जिले में स्थित है. दो साल पहले अचानक इस झील का पानी लाल और गुलाबी हो गया था जिसके बाद यह काफी चर्चित हुई थी और इसके पानी की जांच तक की गई थी. अब भी इस झील का पानी रंग बदलते रहता है. यह गड्ढेनुमा झील पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है.
लोनार झील मुंबई से करीब 483 किमी और औरंगाबाद शहर से 148 किमी की दूरी पर है. इस झील की ऊंचाई करीब 1850 फीट है. इस झील का निर्माण प्लेइस्टोसिन युग में उल्कापिंड गिरने से हुआ था. बाद में यह गड्ढानुमा झील में तब्दील हो गई. इस झील का व्यास लगभग 4000 फीट है और गहराई लगभग 450 फीट है. झील की खोज सबसे पहले एक ब्रिटिश अधिकारी ने की थी. अब यह एक प्रसिद्ध टूरिस्ट स्थल है और यहां काफी सैलानियों की भीड़ जुटती है.
जब इस झील का रंग लाल हुआ तो उस वक्त वैज्ञानिकों ने इस पर स्टडी की और पता चला कि यहां के पानी में हालोआर्चिया नामक जीवाणु बड़ी संख्या में मौजूद हैं, जिस कारण इसका पानी लाल हुआ है. हालोआर्चिया या हालोफिलिक आर्चिया एक ऐसा जीवाणु होता है जो पानी को गुलाबी या लाल कर देता है. यह जीवाणु खारे पानी में पाया जाता है. तब इसे लोग चमत्कार मान रहे थे, लेकिन बाद में पानी के लाल होने की सच्चाई सामने आई. यह अंडाकर झील पृथ्वी पर एक धूमकेतु के टकराने से बनी थी. इस झील को लेकर कहा जाता है कि कई पौराणिक ग्रंथों में भी इसका जिक्र मिलता है. ऋग्वेद और स्कंद पुराण में इस झील का जिक्र मिलने की बात कही जाती है. कहा जाता है कि पद्म पुराण और आईन-ए-अकबरी में भी लोनार झील का जिक्र किया गया है. अगर आपने अभी तक यह झील नहीं देखी तो आप यहां जा सकते हैं और इसे देख सकते हैं.
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