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अगर आपको राष्ट्रीय उद्यान देखने का शौक है, वहां जाकर पशु-पक्षियों और वनस्पतियों के बारे में जानने की जिज्ञासा है, तो इस बार आप मानस राष्ट्रीय उद्यान की सैर कर सकते हैं. यह खूबसूरत राष्ट्रीय उद्यान असम राज्य में स्थित है और यहां देश के कोने-कोने से सैलानी आते हैं. यह नेशनल पार्क असम राज्य के प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशंस में शामिल है.
इस राष्ट्रीय उद्यान को यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया हुआ है. मानस नेशनल पार्क को 1990 में एक राष्ट्रीय उद्यान के रूप में घोषित किया गया था. यह पार्क दुर्लभ और लुप्तप्राय वन्यजीवों का घर है. यहां सैलानियों को कई तरह के जीव-जंतु देखने को मिलेंगे. यह राष्ट्रीय उद्यान 500 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है. इस राष्ट्रीय उद्यान की सैर कर टूरिस्ट कई प्रजाति के जानवरों को देख सकते हैं. इस पार्क में फैले हुए विस्तृत घासी के मैदान टूरिस्टों का मन मोह लेंगे. टूरिस्ट इस नेशनल पार्क में जंगली भैंस से लेकर हाथी, दुर्लभ गोल्डन लंगूर और लाल पांडा देख सकते हैं.
इस पार्क से होकर मानस नदी पांच अन्य नदियों के साथ पार्क से होकर बहती है. इस पार्क में जाने के लिए सैलानियों को टिकट लेना पड़ता है. बिना परमिट के सैलानी इस राष्ट्रीय उद्यान की सैर नहीं कर पाएंगे. इस राष्ट्रीय उद्यान में टूरिस्ट जीप सफारी का आनंद ले सकते हैं.
यहां घूमने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से लेकर नवंबर तक होता है. आप यहां कई प्रजातियों के पक्षियों और पशुओं को देख सकते हैं एवं प्रकृति को करीब से निहार सकते हैं. यकीन मानिये यहां की सुंदरता आपका मंत्रमुग्ध कर देगी. यह एक ऐसा राष्ट्रीय पार्क है जिसका नाम मानस नदी के नाम पर ही पड़ा है. मानस नदी यहां ब्रह्मपुत्र की प्रमुख सहायक नदी है. मानस नेशनल पार्क को 1 अक्टूबर 1928 को 360 वर्ग किमी के साथ अभयारण्य घोषित किया गया था. 1951 और 1955 में अभ्यारण के क्षेत्र को बढ़ाकर 391 वर्ग किमी किया था.
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