Top Recommended Stories

अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार विजेता गीतांजलि श्री के खिलाफ यूपी में शिकायत, कार्यक्रम रद्द, देवी-देवताओं के अपमान का आरोप

अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार से सम्मान के बाद दुनियाभर में चर्चा में आईं लेखिका गीतांजलि श्री के खिलाफ आगरा में पुलिस से शिकायत की गई है.

Published: July 30, 2022 6:35 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by Zeeshan Akhtar

अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार विजेता गीतांजलि श्री के खिलाफ यूपी में शिकायत, कार्यक्रम रद्द, देवी-देवताओं के अपमान का आरोप
यूपी के आगरा में गीतांजलि श्री का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया.

आगरा/हाथरस (उत्तर प्रदेश): अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार से सम्मान के बाद पूरी दुनिया में चर्चा में आईं लेखिका गीतांजलि श्री के खिलाफ आगरा में पुलिस से शिकायत की गई है. गीतांजलि पर बुकर पुरस्कार से विजेता लेखक पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अपनी किताब ‘रेत समाधि’ में देवी देवताओं का अपमान किया है. गीतांजलि श्री की इसी किताब को बुकर पुरस्कार जैसा सम्मान मिला है. शिकायत के बाद गीतांजलि श्री के सम्मान में आगरा में आयोजित होने वाले अभिनंदन समारोह को स्थगित कर दिया गया है. लेखिका के खिलाफ पुलिस से शिकायत भी की गई है. साथ ही लेखिका के खिलाफ कार्रवाई के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मांग की गई है.

Also Read:

इस पूरे मामले की जानकारी आगरा के होटल क्लार्क शीराज में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के प्रमुख आयोजक वरिष्ठ संस्कृतिकर्मी अनिल शुक्ल और सामाजिक कार्यकर्ता हरविजय बाहिया ने दी. गीतांजलि श्री के उपन्यास ‘रेत समाधि’ के खि़लाफ सादाबाद (हाथरस) के निवासी संदीप कुमार पाठक ने कोतवाली में शिकायत देकर इसमें हिंदू देवता शिव और देवी पार्वती के बारे में आपत्तिजनक संदर्भ होने का आरोप लगाया है.

संदीप कुमार पाठक ने एक ट्वीट कर इसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पुलिस महानिदेशक से शिकायत को प्राथमिकी में बदलने का अनुरोध किया है. स्थानीय पुलिस ने मामले में जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है. इस बीच, हाथरस से मिली खबर के मुताबिक पाठक ने सादाबाद थाना क्षेत्र में गीतांजलि श्री के खिलाफ तहरीर दी है, लेकिन अभी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है पुलिस क्षेत्राधिकारी ब्रह्म सिंह ने बताया कि लेखिका गीतांजलि श्री के खिलाफ शिकायत दी गई है, लेकिन उसकी अभी जांच चल रही है. फिलहाल, मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है.

पूरी घटना से लेखिका दुखी: ‘अभिनंदन समिति’ के प्रवक्ता रामभरत उपाध्याय ने विज्ञप्ति में कहा कि इन सब घटनाओं से गीतांजलि श्री बहुत आहत हैं. विज्ञप्ति के मुताबिक, लेखिका का कहना है कि उनके इस उपन्यास को जबरन राजनीतिक विवाद में घसीटा जा रहा है और उपन्यास में किये गए उल्लेख भारत के मिथकीय और शास्त्रीय साहित्य का अभिन्न अंग हैं. हिंदी की प्रख्यात लेखिका गीतांजलि श्री को उनके उपन्यास ‘रेत समाधि’ के अंग्रेजी अनुवाद ‘सैंड ऑफ टॉम्ब’ के लिए 2022 के ‘बुकर पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया.

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें देश की और अन्य ताजा-तरीन खबरें