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UP: CM योगी का सख्‍त आदेश- गंभीर अपराधों में लिप्‍त पुलिस अफसरों-कर्मियों की होगी बर्खास्तगी, दागियों की तैनाती नहीं

उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर के बिजनेसमैन मनीष गुप्‍ता की गोरखपुर के एक होटल में पुलिस रेड के दौरान संदिग्‍ध हालात में हुई मौत के बाद राज्‍य के पुलिस विभाग के लिए सख्‍त आदेश दिया है

Published: September 30, 2021 2:08 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by Laxmi Narayan Tiwari

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(फाइल फोटो)

UP, Uttar Pradesh, Kanpur, Manish Gupta Death case, CM Yogi, Yogi Adityanath, UP Police, News: उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर के बिजनेसमैन मनीष गुप्‍ता की गोरखपुर के एक होटल में पुलिस रेड के दौरान संदिग्‍ध हालात में हुई मौत के बाद राज्‍य के पुलिस विभाग के लिए सख्‍त आदेश दिया है. इस आदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ ने बहुत गंभीर अपराधों में शामिल पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की सेवा से बर्खास्तगी का आदेश दिया है. दागी कर्मचारी क्षेत्र में महत्वपूर्ण पद पर प्रतिनियुक्त नहीं किया जाएगा.

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गंभीर अपराधों में शामिल पुलिस अफसरों / कर्मियों की सेवा से बर्खास्तगी का आदेश
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) से जारी आदेश के मुताबिक, ”कानपुर की घटना के बाद, सीएम योगी आदित्यनाथ ने बहुत गंभीर अपराधों में शामिल पुलिस अधिकारियों / कर्मियों की सेवा से बर्खास्तगी का आदेश दिया है. दागी कर्मचारी क्षेत्र में महत्वपूर्ण पद पर प्रतिनियुक्त नहीं किया जाएगा.

दोषी व्यक्तियों को किसी हालत में न बख़्शा जाए 
वहीं, मनीष गुप्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत पर उत्तर प्रदेश के ADG(क़ानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, ”मुख्यालय स्तर से और शासन स्तर से स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि दोषी व्यक्तियों को किसी हालत में न बख़्शा जाए और वहां के एडीजी और डीआईजी रेंज सभी चीजों का पूरी तरह परिक्षण कर लें. एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा, मृतक की पत्नी की तहरीर पर उचित धाराओं में अभियोग पंजीकृत करके शासन स्तर से कुछ आर्थिक अनुदान की भी घोषणा की गई.

पुलिस द्वारा पिटाई के बाद एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में मौत हुई थी
बता दें कि बता दें कि कि सोमवार को 27-28 सितंबर की दरम्‍यानी रात रामगढ़ताल थाना क्षेत्र में एक होटल में कानपुर निवासी 36 वर्षीय रियल एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता अपने दो दोस्तों प्रदीप और हरी चौहान के साथ ठहरे थे. देर रात पुलिस होटल में निरीक्षण के लिए पहुंची थी. निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि तीन लोग गोरखपुर के सिकरीगंज स्थित महादेवा बाजार के निवासी चंदन सैनी के पहचान पत्र के आधार पर एक कमरे में ठहरे हुए हैं. संदेह होने पर पूछताछ के दौरान कथित रूप से पुलिस द्वारा पिटाई के बाद घायल मनीष की संदिग्ध हालात में गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी.

मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया 
मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाते हुए कहा कि इसी वजह से उनके पति की मृत्यु हुई है. हालांकि, पुलिस ने इस आरोप से इनकार करते हुए कहा कि मनीष नशे की हालत में था और पूछताछ के दौरान जमीन पर गिरने से उसके सिर में चोट आ गई थी, जिससे उसकी मृत्यु हुई. मीनाक्षी ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी. मनीष के साथ कमरे में ठहरे उसके दोस्तों ने बताया कि वे लोग गोरखपुर के रहने वाले कारोबारी चंदन सैनी के बुलावे पर आए थे.

 छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा भी दर्ज
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने रामगढ़ताल के थाना प्रभारी जेएन सिंह और फलमंडी थाना प्रभारी अक्षय मिश्रा समेत छह पुलिसकर्मियों को मंगलवार को ही निलंबित कर पुलिस अधीक्षक (नगर) को मामले की जांच सौंपी है. इस मामले में आरोपी छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा भी दर्ज किया गया है.

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Published Date: September 30, 2021 2:08 PM IST