
Dinesh Sharma's Profile: अटल बिहारी वाजपेयी ने मांगे थे जिनके लिए वोट, जानें उन दिनेश शर्मा के बारे में सब कुछ
जिस व्यक्ति को मेयर का चुनाव जिताने के लिए स्वयं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जनसभा को संबोधित किया हो वह दिनेश शर्मा लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर भी रहे हैं. दो बार लखनऊ के मेयर रहे और साल 2014 में भाजपा को मिली ऐतिहासिक जीत के बाद चले भाजपा सदस्य अभियान के राष्ट्रीय इनचार्ज रहे. दिनेश शर्मा के बुलावे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रामलीला देखने लखनऊ पहुंचे थे.

Dr. Dinesh Sharma Profile: डॉ. दिनेश शर्मा लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) में कॉमर्स के प्रोफेसर रह चुके हैं. वह दो बार लखनऊ के मेयर (Mayor of Lucknow) बने. पहली बार उन्हें नवंबर 2006 में लखनऊ का मेयर चुना गया था, इसके बाद 2012 में वह एक बार फिर लखनऊ के मेयर बने. माना जाता है कि डॉ. दिनेश शर्मा भाजपा के मौजूदा केंद्रीय नेतृत्व के काफी करीबी हैं, उनके बुलावे पर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने लखनऊ के ऐशबाग में आयोजित होने वाली रामलीला में शिरकत की थी. यह भी माना जाता है कि दिनेश शर्मा उन चुनिंदा भाजपा (BJP) नेताओं में से हैं, जिनके मुस्लिम समाज के लोगों से भी अच्छे संबंध हैं. कहा जाता है उनके लखनऊ में मुस्लिमों और मौलवियों के साथ भी अच्छे संबंध हैं. उनके विरोध में बोलने के लिए किसी के पास कुछ नहीं होता, यहां तक कि उनके विरोधी भी उनके बारे में अच्छी बातें ही करते हैं.
Also Read:
- एक करोड़ बेरोजगार मजदूरों के पत्र PM मोदी को भेजेगी ममता बनर्जी की पार्टी, कहा- सड़कों पर उतरेंगे
- देश के पहले गवर्नर जनरल सी. राजगोपालाचारी के परपोते सीआर केसवन बीजेपी में शामिल, कुछ दिन पहले छोड़ी थी कांग्रेस
- राहुल गांधी का 'वर्ड पजल', कांग्रेस के 5 पूर्व नेताओं गुलाम नबी आजाद, सिंधिया, हिमंता, किरण, अनिल एंटनी को अडानी मुद्दे से जोड़ा
दिनेश शर्मा का व्यक्तिगत जीवन और पढ़ाई लिखाई (Dinesh Sharma’s Personal Life and Educational Qualification)
दिनेश शर्मा का जन्म एक ब्राह्मण परिवार में 12 जनवरी 1964 को लखनऊ में हुआ था. उनके पिता केदारनाथ शर्मा भी जनसंघ से जुड़े रहे थे. ज्ञात हो कि जनसंघ से जुड़े रहे राजनेताओं ने ही बाद के दिनों में भारतीय जनता पार्टी के रूप में एक नए राजनीतिक दल का गठन किया. उनकी पत्नी का नाम जयालक्ष्मी शर्मा है. डॉक्टर दिनेश शर्मा ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से साल 1985 में एम.कॉम किया और 1986 में डीपीए भी इसी विश्वविद्यालय से किया. साल 1992 में वह उसी लखनऊ विश्वविद्यालय में कॉमर्स के प्रोफेसर बने, जहां से उन्होंने पढ़ाई की थी. डॉ. दिनेश शर्मा की पत्नी जयालक्ष्मी शर्मा भी लखनऊ विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग में प्रोफेसर (Professor Economics Department) हैं.
डॉ. दिनेश शर्मा का राजनीतिक सफर (Political Career of Dinesh Sharma)
दिनेश शर्मा ने साल 1988 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से छात्र नेता के तौर पर अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी. 90 के दशक में वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष भी रहे. बाद में जब राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो उन्हें पर्यटन विकास निगम का उपाध्यक्ष बनाया गया और राज्य मंत्री का दर्जा दिया गया. 2006 में डॉ. दिनेश शर्मा को लखनऊ का मेयर चुना गया. इसके बाद 2012 में वह लगातार दूसरी बार लखनऊ के मेयर पद का चुनाव जीते. अगस्त 2014 में दिनेश शर्मा को भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया, बाद में उन्हें गुजरात की जिम्मेदारी भी सौंपी गई. साल 2014 में भाजपा को मिली ऐतिहासिक जीत के बाद चले भाजपा के सदस्य अभियान के वह राष्ट्रीय इनचार्ज थे. साल 2017 में भाजपा को उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक जीत मिली तो डॉ. दिनेश शर्मा को केशव प्रसाद मौर्य के साथ उप मुख्यमंत्री बनाया गया. उन्हें विधान परिषद सदस्य बनाया गया. साल 2021 में उन्हें एक बार फिर विधान परिषद के लिए चुना गया.
जैसा हम ऊपर बता चुके हैं, डॉ. दिनेश शर्मा के बुलावे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) रामलीला देखने के लिए लखनऊ गए थे. डॉ. दिनेश शर्मा दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) के भी करीबी थे. अटल बिहारी वाजपेयी ने साल 2006 में दिनेश शर्मा को मेयर पद का चुनाव जिताने के लिए एक रैली को संबोधित किया और उनके लिए वोट मांगे थे. गौरतलब है कि अटल बिहारी वाजपेयी भी लखनऊ से ही सांसद चुने जाते थे और उन्होंने इसी रिश्ते के नाते डॉ. दिनेश शर्मा के लिए वोट मांगे थे. अटल बिहारी वाजपेयी ने जनता से कहा, ‘मैं इसमें (डॉ. दिनेश शर्मा) अपने आप को देखता हूं. आप नारा लगाते हो हमारा नेता कैसा हो – अटल बिहारी वाजपेयी जैसा हो… मैंने ये कुर्ता पहन रखा है अगर मैं पायजामा न पहनूं तो कैसा लगेगा’ जनता ने जवाब दिया अच्छा नहीं लगेगा. इस पर पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कुर्ता यानी संसद सदस्य तो आपने मुझे बना दिया ऊपर का, पायजामा नगर निगम का मेयर मुझे ये चाहिए.’
डॉ. दिनेश शर्मा की कुल संपत्ति (Dinesh Sharma’s Net Worth)
साल 2021 में विधान परिषद सदस्य बनने के लिए उन्होंने जो हलफनामा दिया था, उसके अनुसार डॉ. दिनेश शर्मा के पास कुल 4 करोड़ 20 लाख से अधिक की संपत्ति है. हलफनामे के अनुसार उन पर किसी तरह का कोई कर्ज नहीं है. साल 2019-20 की उनकी इनकम टैक्स रिटर्न (Dinesh Sharma’s ITR) के अनुसार उन्होंने उस साल 10 लाख 75 हजार से ज्यादा की आमदनी की थी. इसी वर्ष उनकी पत्नी ने 6 लाख 90 हजार की इनकम टैक्स रिटर्न फाइल की थी. डॉ. दिनेश शर्मा को विधान परिषद सदस्य और उपमुख्यमंत्री के तौर पर मानदेय (Dr. Dinesh Sharma’s Salary) मिलता है यह उनकी आमदमी का मुख्य स्रोत है.
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें स्पेशल की और अन्य ताजा-तरीन खबरें