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Hardoi Assembly constituency: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले की ‘हरदोई विधानसभा सीट’ पर इस बार दिलचस्प मुकाबला होने की उम्मीद है. बीते चार विधानसभा चुनाव से इस सीट पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का कब्जा रहा है. इससे पहले यह सीट कांग्रेस के पास थी. हरदोई के अगर बीते चार चुनाव को छोड़ दिया जाए तो यहां कांग्रेस का ही जलवा रहा है. समाजवादी पार्टी (SP) के टिकट से नितिन अग्रवाल (Nitin Aggarwal) 2012 से विधानसभा पहुंचे हैं. हालांकि इस बार मुकाबला रोमांचक होने की वजह यह है कि नितिन अग्रवाल सपा का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. 2017 के मोदी लहर में भी नितिन अग्रवाल ने यह सीट जीतकर सपा के खाते में डाला था. हालांकि इस बार इस सीट पर वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) की तरफ से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इस बार समाजवादी पार्टी ने हरदोई (Hardoi) से अनिल वर्मा (Anil Verma) को मैदान में उतारा है. अब यह तो चुनावी नतीजे ही बता पाएंगे कि कौन किसे टक्कर देता है और जीत किसकी होती है?
हरदोई विधानसभा सीट पर दिग्गज कांग्रेस नेता नरेश अग्रवाल का एकछत्र राज रहा है. इसके बाद इस सीट पर समजावादी पार्टी ने भी लगातार चार बार जीत दर्ज की. यूपी की राजनीति में नरेश अग्रवाल का नाम एक कद्दावर नेता के रूप में लिया जाता है. बीते कई वर्षों से हरदोई सीट पर नरेश अग्रवाल और उनके परिवार का ही दबदबा रहा. वर्तमान में इस सीट पर नरेश अग्रवाल के बेटे नितिन अग्रवाल विधायक हैं, जिन्होंने 2017 के मोदी लहर में भी सपा के टिकट पर चुनाव जीता. आजादी के बाद से अब तक इस सीट पर नरेश अग्रवाल का ही एकछत्र राज रहा. नरेश अग्रवाल (Naresh Chandra Agrawal) हरदोई से सात बार चुनाव जीते हैं. हालांकि अब नरेश अग्रवाल भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके हैं. वह यूपी से राज्यसभा सांसद हैं. नितिन अग्रवाल से पहले नरेंश अग्रवाल ने 2002 और 2007 में समाजवादी पार्टी के टिकट से जीत हासिल की थी. ऐसे में बीते चार बार से इस सीट पर सपा का कब्जा रहा है.
2017 के विधानसभा चुनाव में नितिन अग्रवाल ने समाजवादी पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. नितिन अग्रवाल को 1,10,063 मत मिले थे. उन्होंने BSP उम्मीदवार राजा बख्श सिंह को शिकस्त दी थी. बसपा उम्मीदवार को 66,381 वोट मिले थे. तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस उम्मीदवार सुख सागर मिश्रा को महज 16,011 वोट मिले थे. वोट प्रतिशत की बात की जाए तो सपा उम्मीदवार को 54.6, बसपा उम्मीदवार को 32.93 और कांग्रेस उम्मीदवार को 7.94 फीसदी वोट मिले थे.
हरदोई (Hardoi) विधानसभा सीट पर इस बार भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी में कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है. समाजवादी पार्टी के लिए अपनी सीट बचाना चुनौती होगा. वहीं दूसरी तरफ नितिन अग्रवाल पर भी इस सीट को बीजेपी की झोली में डालने का दबाव होगा. हालांकि नितिन अग्रवाल की राह आसान नजर आ रही है कि क्योंकि बीते कई चुनावों से इस सीट पर अग्रवाल परिवार को ही दबदबा रहा है. उनके पिता नरेश अग्रवाल ने चाहे कांग्रेस से चुनाव लड़ा हो या समाजवादी पार्टी से, जीत उन्हीं की हुई है.
उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा के लिए सात चरणों में 10 फरवरी से 7 मार्च तक मतदान होगा. 2022 के उत्तर प्रदेश चुनाव के नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे. हरदोई जिले की हरदोई विधानसभा सीट पर 23 फरवरी को चौथे चरण में वोट डाले जाएंगे.
मतदान – 23 फरवरी, बुधवार
रिजल्ट- 10 मार्च, गुरुवार
आशीष सिंह सोमवंशी (Ashish Singh Somvanshi)-कांग्रेस
नितिन अग्रवाल (Nitin Aggarwal)- भारतीय जनता पार्टी
अनिल वर्मा (Anil Verma)- समाजवादी पार्टी
शोभित पाठक (Shobhit Pathak)- बहुजन समाज पार्टी
सुशील कुमार पांडेय (Sushil Kumar Pandey)– आम आदमी पार्टी
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