Top Recommended Stories

Yogi Cabinet में शामिल हुए PM मोदी के करीबी रह चुके अफसर, IAS की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए थे

गुजरात कैडर के 1988 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा ने पिछले साल स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर बीजेपी में शामिल होने के बाद एमएलसी बने थे

Published: March 25, 2022 7:05 PM IST

By India.com Hindi News Desk | Edited by Laxmi Narayan Tiwari

Arvind Kumar Sharma, IAS, Yogi Cabinet, PM Modi, BJP, MLC, UP, Uttar pradesh, Politics, UP Cabinet,
पीएम नरेंद्र मोदी के करीबी आईएएस अफसर रहे आए अरविंद कुमार शर्मा भी उत्‍तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री बनाए गए हैं. (फाइल फोटो)

लखनऊ: यूपी में योगी सरकार के कैबिनेट में पीएम मोदी के करीबी रह चुके एक एक पूर्व आईएएस अधिकारी (IAS Officers) अरविंद कुमार शर्मा (Arvind
Kumar Sharma) भी शामिल किए गए है. भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) से स्वैच्छिक अवकाश लेकर पिछले साल बीजेपी में शामिल हुए अरविंद कुमार शर्मा ने भी
आज शुक्रवार को मंत्री पद की शपथ ली. शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं. गुजरात कैडर के 1988 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी शर्मा ने पिछले साल स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें तत्काल विधान परिषद का सदस्य (एमएलसी) बना दिया था .

Also Read:

शुरुआत से ही चर्चा थी कि शर्मा को राज्य सरकार में महत्वपूर्ण दायित्व मिल सकता है, यहां तक कि उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की भी अटकल लगाई जा रही थी. लांकि, पिछले साल योगी आदित्‍यनाथ ने जब अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया तो शर्मा को मौका नहीं मिला, लेकिन उन्हें भाजपा संगठन में प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई. शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दो दशक से अधिक समय तक काम किया है.

गुजरात में मोदी रहते हुए शर्मा मुख्‍यमंत्री सचिवालय में रहे और वहां विशेष सचिव से लेकर प्रमुख सचिव तक का दायित्व निभाया. 2014 में मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद शर्मा प्रतिनियुक्ति पर प्रधानमंत्री कार्यालय में आए. सचिव पद पर प्रोन्नत होने के बाद शर्मा ने सेवानिवृत्ति से करीब दो साल पहले ही पिछले साल स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) ले लिया.

उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के काझा खुर्द गांव में 1962 में पैदा हुए अरविंद कुमार शर्मा ने इलाहाबाद विश्‍वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नात्कोत्तर की डिग्री हासिल की
और 1988 में आईएएस की सेवा के लिए चयनित हुए। शर्मा के करीबियों का दावा है कि टाटा नैनो परियोजना को (पश्चिम बंगाल से) गुजरात लाने, गुजरात में निवेश के लिए
वाइब्रेंट गुजरात समिट के आयोजन में शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

राजनीति में कदम रखने से पहले से शर्मा प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से लगातार सक्रिय रहे. यहां तक कि वाराणसी में विशेष कोविड प्रबंधन के लिए प्रधानमंत्री ने उनके कार्यों की सराहना की.

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें देश की और अन्य ताजा-तरीन खबरें