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Unique Love Story: कभी साथ जीने मरने की खाई थी कसमें, पति ने पत्नी से किया वादा कुछ इस तरह से निभाया
Unique Love Story: पति-पत्नी के प्यार की एक ऐसी दास्तां जिसे सुनकर आपको वो गाना याद आ जाएगा-जनम जनम का साथ है तुम्हारा हमारा.. कभी साथ जीने मरने की खाई थी कसमें, पति ने पत्नी से किया वादा कुछ इस तरह से निभाया....जानिए
Unique Love Story: कहते हैं पति और पत्नी का रिश्ता स्वर्ग में तय होता है और धरती पर इस रिश्ते को ताउम्र निभाया जाता है. जनम-जनम का साथ है तुम्हारा-हमारा..इस गाने को चरितार्थ किया है जौनपुर के मछलीशहर कोतवाली के जीरकपुर गांव निवासी एक दंपती ने. पति और पत्नी में प्रेम इतना था कि जीते जी तो निभाया ही मरकर भी अपने प्यार को एक नया मुकाम दिया, जिसे लोग याद कर रहे हैं.
जौनपुर के मछलीशहर के जीरकपुर के रहनेवाले राज बहादुर की पत्नी विद्यादेवी ने जब आखिरी सांस ली तो राज बहादुर को लगा कि उसकी दुनिया यहीं खत्म हो गई. वह चुपचाप अपनी पत्नी की चिता को जलते हुए देखते रहे और अचानक उसकी चिता पर ही गिरकर अपनी आखिरी सांस ली. पति-पत्नी के प्यार और साथ जीने मरने की इस घटना का जिक्र आज गांव के हर किसी की जुबां पर है.
जीरकपुर गांव निवासी राज बहादुर (65) की पत्नी विद्या देवी (62) का गत मंगलवार को हार्टअटैक से निधन हो गया. जिंदगी के सफर में पत्नी के अचानक यूं साथ छोड़ जाने से राज बहादुर बेसुध से हो गए. मुंबई से उनका पुत्र मां की देहांत का खबर पाकर आया और विद्या देवी के पार्थिव शरीर को अंत्येष्टि के लिए श्मसान घाट ले जाया गया. जहां पुत्र ने मां की चिता को आग दिया. राज बहादुर अपनी आंख के सामने अपनी प्राण प्रिया पत्नी को जलते देख रहे थे.
राज बहादुर अपनी आंखों के सामने पत्नी के शरीर को राख में बदलता देख रहे थे. गुमसुम से राज बहादुर ने परंपरा के अनुसार विद्या देवी की चिता को ठंडी करने के लिए पानी डालने गए और अचानक वहीं गिर पड़े. चिता पर गिरने के साथ ही उनकी सांसें थम गईं. लोग तुरंत उन्हें निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पत्नी की चिता पर ही अपना प्राण त्यागने वाले पति को गुरुवार को उसी स्थान पर ले जाकर उनका भी अंतिम संस्कार कर दिया जहां विद्या देवी का किया गया था.
मां-बाप के एक साथ निधन से राजीव के सामने दुख का पहाड़ टूट पड़ा और पूरे परिवार में कोहराम मच गया. वहीं गांव में पति पत्नी की एक साथ मौत को लेकर तरह-तरह की चर्चा हो रही है. परिजनों के अनुसार पति पत्नी में काफी प्यार था और इसकी वजह से राम बहादुर पत्नी की मौत के बाद काफी सदमे में चले गए थे. पत्नी की चिता को देखकर पति काफी भावुक हो गए थे और चिता ठंडी होते-होते अपना किया वादा निभाया और साथ ही इस दुनिया को विदा कह दिया.