
UP Assembly Election 2022: क्या गांधी परिवार के गढ़ में सेंध लगाने में कामयाब हो पाएगी BJP? अमेठी के सियासी समीकरण
UP Assembly Elections 2022: अमेठी विधानसभा पर इस बार बहुत ही रोचक मुकाबला है. कांग्रेस को अमेठी में खड़ा करने राजा संजय सिंह जहां भाजपा से चुनाव लड़ रहे हैं. तो वहीं भाजपा से बागी कांग्रेस की टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. इसके अलावा अखिलेश के करीबी गायत्री प्रसाद प्रजापति की पत्नी महाराजी देवी भी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाए हुए हैं.

UP Assembly Elections 2022: अमेठी विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश 403 विधानसभा सीटों में से एक अहम सीट है. यह अमेठी जिले की पांच विधानसभा सीटों में एक है. अमेठी लोकसभा सीट को गांधी परिवार का गढ़ माना जाता रहा है. लेकिन साल 2019 में हुए लोकसभा चुनावों ने इस मिथक को तोड़ दिया और भाजपा की ओर से स्मृति जुबिन ईरानी को यहां जीत मिली. फिलहाल, अमेठी विधानसभा से गरिमा सिंह भाजपा विधायक हैं. बता दें कि गरिमा सिंह, राजा संजय सिंह की पत्नी हैं. अमेठी की विधानसभा संख्या 186 है.
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इस बार का हाल
अमेठी का इतिहास बड़ा रोचक रहा है. राज परिवार से लेकर बेहद गरीब घर से आए गायत्री प्रसाद प्रजापति तक को जनता ने यहां विधायक की कुर्सी तक पहुंचाया है. इस बार अमेठी में भाजपा ने कोई रिस्क नहीं लिया. उन्होंने सीधे राजा संजय सिंह को टिकट दिया है. ये भी जानना रोचक होगा कि संजय सिंह के अलावा उनकी दोनों पत्नियां गरिमा सिंह और अमीत सिंह यहां से विधायक रह चुकी हैं. इस बार खुद संजय सिंह मैदान में हैं. संजय सिंह काफी लंबे समय तक कांग्रेस से जुड़े रहे हैं और उन्हें गांधी परिवार का भी काफी करीबी माना जाता है. उन्होंने अपनी सियासत कांग्रेस नेता संजय गांधी के वक्त शुरू की थी. अमेठी को कांग्रेस का गढ़ बनाने का कुछ श्रेय राजा संजय सिंह को भी जाता है. संजय सिंह ने कांग्रेस की सरकारों में केंद्रीय मंत्री और राज्य मंत्री के रूप में काम किया है. अब वो कांग्रेस के खिलाफ ही मैदान में हैं. वहीं, दूसरी ओर समाजवादी पार्टी ने संजय सिंह के खिलाफ गायत्री प्रसाद प्रजापति की पत्नी महाराजी देवी को टिकट दिया है. गौरतलब है कि गायत्री प्रसाद प्रजापति को अखिलेश यादव का काफी करीबी माना जाता है. फिलहाल, गायत्री प्रसाद प्रजापति जेल में हैं. वहीं, बात करें कांग्रेस प्रत्याशी आशीष शुक्ला की तो वो भाजपा के बागी हैं, जो कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे हैं.
सीट का इतिहास
अमेठी में साल 1951 में पहली बार चुनाव हुए थे. तब कुंवर रणंजय सिंह यहां से पहले और आजाद विधायक चुने गए. इसके बाद 1957 में रमाकांत सिंह, 1962 में वैद्य बैजनाथ सिंह ने कांग्रेस की टिकट पर जीत हासिल की. 1967 में रविंद्र प्रताप सिंह तो 1969 में जनसंघ के टिकट राजा रणंजय सिंह ने जीत हासिल की. 1974 में रणंजय सिंह कांग्रेस की टिकट पर फिर से चुने गए. आपातकाल के बाद हुए चुनावों में हरिचरन यादव ने 1977 में जीत हासिल की. इसके बाद 1980 और 1985 में राजकुमार संजय सिंह, 1989, 1991 में हरिचरण यादव, 1993 में जमुना मिश्रा, 1996 में राम हर्ष सिंह भी यहां से विधायक रहे. अमीता सिंह ने 2022 में भाजपा और 2007 में कांग्रेस की टिकट पर यहां से जीत हासिल की. 2012 में समाजवादी पार्टी के गायत्री प्रसाद प्रजापति और 2017 में भाजपा की गरिमा सिंह यहां से विधायक चुनी गईं.
उम्मीदवार
आशीष शुक्ला- कांग्रेस
संजय सिंह – भाजपा
रागिनी – बसपा
महाराजी देवी- सपा
अनुराग – आम आदमी पार्टी
अमेठी का वोट गणित
कुल मतदाता : 3,34,542
पुरुष : 1,77,358
महिला : 1,57,184
जातिगत मतदाता
ब्राह्मण 75 हजार
एससी 65 हजार
क्षत्रिय 60 हजार
यादव 30 हजार
मुस्लिम 25 हजार
अन्य ओबीसी 65 हजार
वैश्य 15 हजार
अमेठी विधानसभा 2017 का परिणाम
गरिमा सिंह भाजपा 64226 34.21%
गायत्री प्रसाद सपा 59161 31.52%
राम जी बसपा 30175 16.07%
अमीता सिंह कांग्रेस 20291 10.81%
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