
UP Election 2022: कौन हैं मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव, क्या भाजपा में होंगी शामिल? जानें इनके बारे में सबकुछ
गौरतलब है कि साल 2017 विधानसभा चुनाव में उन्होंने लखनऊ कैंट से विधानसभा चुनाव लड़ा था जो कि भाजपा का गढ़ माना जाता है. यहां अपर्णा को भाजपा की नेता रीत बहुगुणा जोशी ने पटखनी दी थी. अपर्णा आए दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की तारीफ करते दिख जाती है.

UP Election 2022: समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की छोटी बहू अपर्णा बिष्ट यादव (Aparna Bisht Yadav) भाजपा (BJP) का दामन थाम सकती है. इस बाबत राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है कि अखिलेश (Akhilesh Yadav) के घर में भाजपा सेंध लगा सकती हैं. विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) से पहले राजनीतिक दलों में लोगों के पार्टी के छोड़ने तथा अन्य पार्टियों में शामिल होने का दौर जारी है. इस बीच अपर्णा बिष्ट यादव को लेकर इस तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे भाजपा में शामिल हो सकती है. गौरतलब है कि साल 2017 विधानसभा चुनाव में उन्होंने लखनऊ कैंट से विधानसभा चुनाव लड़ा था जो कि भाजपा का गढ़ माना जाता है. यहां अपर्णा को भाजपा की नेता रीत बहुगुणा जोशी ने पटखनी दी थी. अपर्णा आए दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की तारीफ करते दिख जाती है. ऐसे में हम आपको बताने वाले हैं कि आखिर कौन हैं अपर्णा यादव.
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कौन हैं अपर्णा यादव
अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना यादव के बेटे प्रतीक यादव (Pratik Yadav) की पत्नी है. अपर्णा (Who is Aparna Yadav) के पिता अरविंद सिंह बिष्ट पत्रकार रह चुके हैं. समाजवादी सरकार ने उन्हें अपने कार्यकाल में सूचना आयुक्त बनाया था. वहीं अपर्णा की मां लखनऊ नगर निगम में अधिकारी हैं. अपर्णा ग्रैजुएट होने के साथ-साथ शास्त्रीय गायिका भी हैं. उन्होंने लखनऊ के भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय में 9 साल तक शास्त्रीय संगीत की पढ़ाई की है. वे ठुमरी गायन करती हैं. अपर्णा ने ब्रिटेन की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल रिलेशन एंड पॉलिटिक्स में मास्टर डिग्री की है. अपर्णा की शादी प्रतीक से साल 2010 में हुई थी. बता दें कि मुलायम सिंह यादव के परिवार से जुड़ने के बाद अपर्णा राजनीति में एक्टिव हो गई. अपर्णा के पति प्रतीक यादव की दिलचस्पी राजनीति में नहीं है. वे लखनऊ में एक जिम चलाते हैं और रिल स्टेट का कारोबार करते हैं.
लखनऊ कैंट में मिली थी हार
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की टिकट पर लखनऊ कैंट सीट से साल 2017 विधानसभा चुनाव में अपर्णा यादव को उतारा गया था. वहीं भाजपा की तरफ से रीता बहुगुणा जोशी को लखनऊ कैंट सीट पर उम्मीदवार बनाकर उतारा गया था. इस दौरान जोशी ने अपर्णा यादव को 33,796 वोटों से हराया था. अपर्णा यादव ने लखनऊ में मिली हार का बीते दिनों एक इंटरव्यू में जिक्र भी किया था. उन्होंने बताया थि कि उनकी मांग नहीं थी कि वे लखनऊ कैंट सीट से चुनाव लड़ें. उनका कहना था कि उन्हें ऐसी सीट से लड़ने को टिकट दिया गया जहां केवल भाजपा ही चुनाव जीतती है.
अखिलेश यादव और अपर्णा का रिश्ता
अपर्णा यादव आए दिन सोशल मीडिया व कैमरे के समक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करती दिख जाती है. हालांकि अबतक उन्होंने कभी अखिलेश यादव की बुराई नहीं की है. अमेठी में आयोजित एक कार्यक्रम में अपर्णा यादव ने अखिलेश यादव को समाजवाद का दूसरा नाम बताया था तथा बढ़ती महंगाई, किसानों के मामले पर उन्होंने भाजपा की खिंचाई की थी.
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