
उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हादसे से यूपी पुलिस ने 'छुड़ाया पीछा', योगी सरकार ने की CBI जांच की सिफारिश
रायबरेली में हुए हादसे में पीड़िता और उसके वकील की बाल-बाल बची जान, हालत अब भी गंभीर.

लखनऊ. उन्नाव रेप केस की पीड़िता और उसके रिश्तेदारों के साथ रविवार को हुए हादसे से उठे सियासी बवाल ने यूपी सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. हादसे के बाद से ही जहां एक तरफ मानवाधिकार एजेंसियां पीड़िता और उसके वकील की हालत को लेकर सवाल उठा रही हैं, वहीं राजनीतिक दल इस दुर्घटना को सोची-समझी साजिश बताते हुए भाजपा और प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलावर हैं. इन सबके बीच दुष्कर्म पीड़िता के साथ हुए हादसे की जांच गंभीरता से कराने को लेकर भी सवाल उठे, तो यूपी पुलिस को मामले से ‘पीछा छुड़ाने’ का मौका मिल गया. सोमवार को दिन में यूपी पुलिस के डीजीपी ने दुर्घटना की जांच को लेकर कहा था कि अगर पीड़िता की मां या अन्य परिजन चाहेंगे तो वे सीबीआई जांच के लिए तैयार हैं. बाद में सियासी हमले तीखे हुए तो देर रात प्रदेश सरकार ने इसकी औपचारिक पहल कर दी.
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उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्नाव से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली पीड़िता की रायबरेली में हुई सड़क दुर्घटना की जांच सीबीआई को सौंपेने की सोमवार देर रात सिफारिश कर दी. प्रधान गृह सचिव अरविंद कुमार ने बताया, ‘‘(उप्र)सरकार ने रायबरेली जिले के गुरबख्शगंज थाना में आईपीसी की धारा 302,307, 506,120 के तहत दर्ज अपराध संख्या 305/2019 की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है. इस बारे में एक औपचारिक अनुरोध भारत सरकार को भेजा गया है.’’ इससे पहले, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने संवाददाताओं से कहा था कि अगर पीड़िता की मां या अन्य कोई रिश्तेदार अनुरोध करेंगे, तो राज्य सरकार रायबरेली में हुई इस दुर्घटना की सीबीआई जांच कराने को तैयार है. वहीं, दिन में प्रदेश पुलिस ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की दुर्घटना के मामले में उनके परिवार की शिकायत के बाद भाजपा विधायक सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का एक मामला दर्ज किया.
Uttar Pradesh Government has sent a formal request to Government of India to transfer the Unnao rape survivor’s road accident case to CBI pic.twitter.com/TK0TvXxBE9
— ANI UP (@ANINewsUP) July 30, 2019
गौरतलब है कि रविवार को रायबरेली में एक तेज रफ्तार ट्रक ने एक कार को टक्कर मार दी थी, जिसमें पीड़िता और उसकी रिश्तेदार तथा वकील सवार थे. इस घटना में पीड़िता की दो रिश्तेदारों की मौत हो गई, जबकि पीड़िता एवं वकील गंभीर रूप से घायल हो गये और वे अस्पताल में भर्ती हैं. पीड़िता की मां ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान आरोप लगाया, ‘‘यह हादसा नहीं बल्कि हम सबको खत्म करने की साजिश थी.’’ एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रायबरेली में हुए हादसे में बलात्कार पीड़िता की दो महिला रिश्तेदारों की मौत के मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत 10 लोगों के खिलाफ नामजद, तथा 15-20 अज्ञात लोगों पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 307 (हत्या की कोशिश), 506 (डराने धमकाने), 120 बी (आपराधिक साजिश रचने) का मामला दर्ज किया गया है. ट्रॉमा सेंटर (केजीएमयू) के प्रभारी डॉ. संदीप तिवारी के मुताबिक पीड़िता और उनके वकील महेंद्र सिंह की हालत नाजुक है और दोनों को वेंटिलेटर पर रखा गया है.
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कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा. समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने संसद में यह मामला उठाते हुए आरोप लगाया कि दुष्कर्म पीड़िता को जान से मारने का प्रयास किया गया. इस मुद्दे पर हुए शोरगुल को लेकर कुछ देर तक के लिए राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. रामगोपाल ने कहा कि पीड़िता को मुहैया किया गया सुरक्षाकर्मी हादसे के वक्त उसके साथ नहीं था और हादसे में शामिल ट्रक का नंबर प्लेट भी ग्रीस से पोत दिया गया था.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घटना को लेकर सोमवार को भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मौजूदा समय में अगर बलात्कार का आरोपी भाजपा का विधायक हो, तो सवाल पूछना मना है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ. भारतीय महिलाओं के लिए एक नया विशेष शिक्षा बुलेटिन है. अगर भाजपा विधायक बलात्कार का आरोपी हो, तो सवाल मत पूछिए.’’ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इसे चौंकाने वाली घटना करार देते हुए प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि आखिर भाजपा सरकार से न्याय की क्या उम्मीद की जा सकती है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ” उन्नाव बलात्कार पीड़िता के साथ सड़क दुर्घटना का हादसा चौंकाने वाला है.’
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि एनसीडब्ल्यू की एक टीम मंगलवार को उन्नाव में पीड़िता और उसके परिवार के सदस्यों से मिलने जाएगी. टीम जांच का ब्योरा जानने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ एक बैठक भी करेगी. वहीं, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने उन्नाव बलात्कार कांड की पीड़िता से लखनऊ स्थित एक अस्पताल में मुलाकात की. मालीवाल ने कहा कि पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए विमान से दिल्ली ले जाया जाना चाहिए क्योंकि उसकी हालत ‘‘गंभीर’’ है.
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर कहा, ‘उन्नाव रेप पीड़िता की कार की रायबरेली में कल ट्रक से टक्कर प्रथम दृष्टया उसे जान से मारने का षड्यंत्र लगता है जिसमें उसकी चाची व मौसी की मौत हो गई तथा वह स्वयं व उसके वकील गंभीर रूप से घायल हैं .’ उन्होंने कहा, ‘सुप्रीम कोर्ट को इसका संज्ञान लेकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए.’ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़िता की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने पर केंद्र की भाजपा सरकार की सोमवार को आलोचना की और दुर्घटना की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की मांग की. उल्लेखनीय है कि पीड़िता ने वर्ष 2017 में उन्नाव के भाजपा विधायक सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया था. इस मामले में सेंगर को गिरफ्तार किया गया था. इस वक्त आरोपी विधायक जेल में है.
(इनपुट – एजेंसी)
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