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ताल ठोक के पार्ट -1: महाराष्ट्र में 2019 में चुनाव संपन्न होने के बाद जब किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला और उद्धव ठाकरे ने भाजपा के साथ सरकार बनाने के लिए कड़ी कड़ी शर्ते रखीं तब किसी को अंदाजा नहीं था कि एक वक्त ऐसा भी आएगा जब उद्धव ठाकरे इस मोड़ पर खड़े होंगे. शरद पवार की चतुराई 2019 में तो काम आ गई और कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना ने मिलकर सरकार बना ली, लेकिन आज शिवसेना के अपने विधायकों ने जिस तरह से उद्धव ठाकरे को आईडियोलॉजी से समझौता करने के बारे में जवाब दिया वह यह बताने के लिए काफी है कि उद्धव ठाकरे को ‘ना माया मिली ना राम’. | Watch Video
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